पलवल: पलवल में आयोजित अंडर-17 राष्ट्रीय कुश्ती चैंपियनशिप में हरियाणा की बेटियों ने एक बार फिर अपने दम पर राज्य का नाम रोशन किया। फ्रीस्टाइल कुश्ती में लड़कियों की श्रेणी में हरियाणा ने 10 में से 7 स्वर्ण पदक जीतकर सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। वहीं, लड़कों की श्रेणी में भी हरियाणा के पहलवानों ने 10 में से 5 स्वर्ण पदक अपने नाम किए।
इस मौके पर हरियाणा के खेल मंत्री श्री गौरव गौतम ने विजयी खिलाड़ियों को बधाई दी और विश्वास जताया कि ये पहलवान आगामी वियतनाम में होने वाली अंतरराष्ट्रीय कुश्ती प्रतियोगिता में देश का नाम रोशन करेंगे।
तीन दिवसीय अंडर-17 राष्ट्रीय कुश्ती चैंपियनशिप का आयोजन नेताजी सुभाष चंद्र बोस स्टेडियम, पलवल में किया गया, जिसे चंडीगढ़ यूटी कुश्ती संघ और भारतीय कुश्ती महासंघ ने संयुक्त रूप से आयोजित किया।
खेल मंत्री ने कहा, “हरियाणा आज खेलों का गढ़ बन चुका है। हमारे खिलाड़ी न सिर्फ देश में बल्कि विश्व पटल पर भी अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा रहे हैं।” उन्होंने पलवल जिले के युवाओं से खेलों में सक्रिय भागीदारी की अपील की और कहा कि खेल के माध्यम से राज्य और देश का नाम अंतरराष्ट्रीय मंच पर ऊंचा किया जा सकता है।
उन्होंने यह भी कहा कि पलवल जैसे जिले में राष्ट्रीय स्तर की कुश्ती प्रतियोगिता का आयोजन होना गर्व और सम्मान की बात है।
इस अवसर पर भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष श्री संजय कुमार सिंह, उपाध्यक्ष श्री दर्शन लाल, कोषाध्यक्ष डॉ. एस.पी. देशवाल सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
चैंपियनशिप के दूसरे दिन लड़कियों की फ्रीस्टाइल कुश्ती की विभिन्न भारवर्ग प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं:
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40 किलोग्राम वर्ग: हरियाणा की चेष्टा ने स्वर्ण पदक जीता, उत्तर प्रदेश की प्रीति यादव को रजत मिला, जबकि दिल्ली की दिशा और महाराष्ट्र की स्नेहल को कांस्य पदक मिला।
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43 किलोग्राम वर्ग: हरियाणा की रचना ने स्वर्ण पर कब्जा किया, छत्तीसगढ़ की सुभद्रा यादव को रजत और दिल्ली की खुशी एवं महाराष्ट्र की अनुष्का को कांस्य पदक मिला।
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46 किलोग्राम वर्ग: महाराष्ट्र की रुतुजा ने स्वर्ण पदक जीता, दिल्ली की अदिति कुमारी को रजत और राजस्थान की कशिश गुर्जर एवं हरियाणा की पूजा को कांस्य पदक प्राप्त हुआ।
हरियाणा की इस शानदार जीत ने न केवल राज्य को गौरवान्वित किया, बल्कि आने वाले समय में अंतरराष्ट्रीय मंच पर देश को और अधिक उपलब्धियां दिलाने की उम्मीद भी जगाई है।