कैंसर वैश्विक स्तर पर बढ़ती गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं में से एक है, जो हर साल लाखों लोगों की मौत का कारण बनती है। शरीर में कोशिकाओं की अनियंत्रित वृद्धि कैंसर कारक हो सकती है, इसके लक्षणों पर सभी लोगों को गंभीरता से ध्यान देते रहने की आवश्यकता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, कैंसर शरीर के किसी भी अंग में विकसित हो सकता है। पुरुषों में प्रोस्टेट और लंग्स कैंसर जबकि महिलाओं में ब्रेस्ट और सर्वाइकल कैंसर और इसके कारण होने वाली मौतों का जोखिम सबसे ज्यादा देखा जाता है। लाइफस्टाइल और आहार में गड़बड़ी के कारण भी कैंसर का खतरा हो सकता है।
क्या एक से दूसरे को भी हो सकता है कैंसर?
कैंसर का खतरा एक से दूसरे व्यक्ति में नहीं होता है। यानी कि निकट संपर्क या संभोग, चुंबन, स्पर्श, भोजन साझा करना या एक ही घर में रहने से कैंसर को खतरा दूसरे लोगों में बढ़ता नहीं देखा गया है। यानी इसे संक्रामक रोग नहीं माना जाता है। कैंसर एक व्यक्ति से दूसरे में तो नहीं फैलता है पर अगर शरीर में कहीं कैंसर हो जाए और इसका समय पर उपचार न किया जाए तो इसके पूरे शरीर में बढ़ने का खतरा जरूर हो सकता है। एक से दूसरे व्यक्ति में तो कैंसर का जोखिम नहीं होता है पर कुछ संक्रामक रोगों की स्थिति में आपको कैंसर हो सकता है। यानी कि कुछ प्रकार के वायरस को कैंसर कारक माना जा सकता है। विशेषतौर पर ह्यूमन पैपिलोमा वायरस (एचपीवी) का अगर किसी को संक्रमण हो जाता है,विशेषकर महिलाओं में ये सर्वाइकल कैंसर के जोखिमों को बढ़ाने वाली हो सकती है।