हरियाणा में प्रस्तावित अरावली जंगल सफारी परियोजना राज्य के विकास में एक नया अध्याय जोड़ने जा रही है। इस मेगा प्रोजेक्ट के जरिए न केवल राज्य के पर्यटन को नई पहचान मिलेगी, बल्कि स्थानीय युवाओं को रोजगार के कई अवसर भी प्राप्त होंगे। सफारी के माध्यम से पर्यटन, हॉस्पिटैलिटी, गाइडिंग और संरक्षण सेवाओं जैसे क्षेत्रों में युवाओं को प्रशिक्षण और नौकरियां मिलेंगी।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी स्वयं इस परियोजना की प्रगति की निगरानी कर रहे हैं। उन्होंने वन एवं पर्यावरण विभाग को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि पूरे प्रोजेक्ट के क्रियान्वयन में पर्यावरणीय सततता का विशेष ध्यान रखा जाए। उन्होंने कहा कि यह सफारी परियोजना न केवल एक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित होगी, बल्कि पर्यावरण संरक्षण, पर्यटन विकास और रोजगार सृजन के क्षेत्र में एक ऐतिहासिक मील का पत्थर साबित होगी।
इस परियोजना को मूर्त रूप देने के लिए वन एवं पर्यावरण विभाग और पर्यटन विभाग मिलकर कार्य करेंगे। सरकार का उद्देश्य इस सफारी को देश का एक प्रमुख इको-टूरिज्म गंतव्य बनाना है, जिससे हरियाणा को राष्ट्रीय स्तर पर ईको-टूरिज्म में अग्रणी राज्य के रूप में स्थापित किया जा सके।
मुख्यमंत्री के नेतृत्व में बनने जा रही यह सफारी न केवल पर्यावरणीय पर्यटन का केंद्र बनेगी, बल्कि संरक्षण और सतत विकास के प्रति प्रतिबद्धता के जरिए आने वाली पीढ़ियों के लिए भी प्रेरणा का स्रोत बनेगी। साथ ही, यह परियोजना क्षेत्रीय जलवायु और पारिस्थितिकी संतुलन को बेहतर बनाने में भी सकारात्मक भूमिका निभाएगी।