अंबाला-भारतीय किसान यूनियन ने महापंचायत का आह्वान करते हुए बड़े फैसले की ओर इशारा किया है। इस पंचायत में कई राष्ट्रीय स्तर के किसान नेता पहुंचेंगे। वहीं, कारोबार बचाने के लिए मथन किया।
भारतीय किसान यूनियन द्वारा कृषि से संबंधित कानून के विरोध में बरवाला की कपास मंडी में 5 अक्टूबर किसान अधिकार महापंचायत का आयोजन किया जाएगा। भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष रतन मान ने बताया कि इस महापंचायत में भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत, राष्ट्रीय महासचिव युद्धवीर सिंह, भारतीय किसान यूनियन पंजाब के कार्यकारी अध्यक्ष हरेंद्र सिंह लक्खोवाल, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रामफल कंडेला, महापंचायत के संयोजक बिल्लू खांडा और प्रदेश अध्यक्ष रतन मान सहित कई किसान नेता इस महापंचायत को संबोधित करेंगे।
उन्होंने कहा कि इस महापंचायत में भाजपा सरकार के किसान विरोधी रवैए के चलते विरोध स्वरूप कई अहम फैसले लिए जाएंगे। इस महापंचायत को लेकर प्रदेश उपाध्यक्ष बिल्लू खांडा ने बरवाला की कपास मंडी में डेरा डाल रखा है। वही बड़े पैमाने पर होने वाली इस महापंचायत को लेकर प्रशासन के हाथ पांव भी फूले हुए हैं। भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं द्वारा बरवाला की कपास मंडी में अपने स्तर पर बड़े पैमाने पर तैयारियां की जा रही है।
आढ़तियों की प्रदेश स्तरीय बैठक 11 सदस्यीय कमेटी बनाने पर विचार
आढ़त के कारोबार को बचाने के लिए हरियाणा स्टेट अनाज मंडी आढ़ती एसोसिएशन की हिसार के नई अनाज मंडी में बैठक हुई है। इसमें प्रदेश के आठ जिलों हिसार, सिरसा, फतेहाबाद, जींद, भिवानी, दादरी, रोहतक और पलवल से आढ़तियों ने भाग लिया। मीटिंग में सरसों, कपास इत्यादि फसलों की सरकारी खरीद आढ़ती के माध्यम से करने व उस पर 2.5 फीसद आढ़त के बारे में आढ़तियों में बीच विचार विमर्श हुआ।