बहन के प्रेम विवाह करने से नाराज एक भाई ने अपने जीजा और बहन की हत्या कर दी। इस काम में आरोपी का साथ उसके दो चचेरे भाइयों ने भी दिया। दरअसल, रोहतक के महम में 23 साल की एक लड़की ने छह महीने पहले प्रेम विवाह किया। लड़का उसकी ही जाति का था। रिश्ते में उसका चचेरा भाई लगता था। शादी के बाद गांव में हुई सामाजिक पंचायत में दोनों को गांव से बाहर निकाल दिया गया। इसके बाद लड़की के भाई ने तीन महीने तक लगातार उससे बात करके उसका भरोसा जीता और फिर बुलाकर भरोसे के साथ रिश्तों का भी कत्ल कर दिया।
पुलिस के मुताबिक गांव फरमाणा खास के 25 साल के सुरेंद्र और 23 साल की पूजा की गुरुवार को हत्या हो गई। बुधवार रात को पूजा के सगे भाई अजय और उसके दो चचेरे भाइयों साहिल और बबलू ने पूजा और सुरेंद्र को चाकू मारे। पूजा किसी प्रकार घायल हालत में उनके चंगुल से भाग निकली। इसके बाद वो गुरुवार सुबह करीब 7 बजे गंभीर हालत में अकेले महम सीएचसी में पहुंची। उसके गले पर चाकू के गहरे घाव का निशान था। उसने चिकित्सकों को बताया कि उसके भाई ने उसे चाकू मारा है और उसके पति की हत्या कर दी है।
हालत गंभीर होने के चलते चिकित्सकों ने पूजा को रोहतक रेफर कर दिया। लेकिन पीजीआई पहुंचने से पहले पूजा ने दम तोड़ दिया। पुलिस ने इसके बाद पूजा के बयान पर उसके परिजनों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की। देर शाम पुलिस ने अजय, साहिल और बबलू को भी गिरफ्तार कर लिया। उनसे पूछताछ के बाद सुरेंद्र का शव महम-बड़ेसरा मार्ग पर एक खेत से बरामद किया गया। आरोपी अजय ने कबूल किया कि बहन के अपने ही परिवार के युवक से प्रेम विवाह करने से वो रंजिश रखे था। इसी के तहत उसने अपने चचेरे भाइयों के साथ मिल वारदात को अंजाम दिया।
गला कटने के बाद पूजा अंधेरे में सारी रात खेतों में छुपी रही, यकीन हो गया की हत्यारे भाई चले गए तो अस्पताल गई
बुधवार को रोहतक से अजय अपनी बहन पूजा और सुरेंद्र को बाइक पर लेकर निकला। रास्ते में उसके चचेरे भाई साहिल और बबलू पहले से मौजूद थे। पूजा और सुरेंद्र को लेकर अजय वहीं पहुंचा। तीनों भाइयों पर पूजा को शक हुआ तो उसने सुरेंद्र के साथ भागने की कोशिश की। लेकिन अजय ने चाकू से पूजा का गला रेत दिया। पूजा का गला रेतने के बाद अजय ने सुरेंद्र को चाकुओं से गोद दिया। इसी बीच घायल पूजा वहां से उठ अंधेरे में खेतों में भाग निकली और झाड़ियों में छुप गई। तीनों भाइयों ने उसे काफी देर तक खेतों में तलाशा। खेतों में कई घंटे से छुपी पूजा सुरेंद्र को अंधेरे में नहीं ढूंढ पाई और सुबह 7 बजे महम की सीएचसी में गंभीर हालत में पहुंची।