हरियाणा की गठबंधन सरकार के मंत्रियों ने केंद्रीय बजट को सराहा है, जबकि विपक्षी दलों ने सिरे से नकार दिया। महिला एवं बाल विकास मंत्री कमलेश ढांडा ने कहा कि बजट में महिलाओं और बच्चों के भविष्य को मजबूत रखने की विशेष कार्ययोजना को प्राथमिकता दी गई है। मिशन शक्ति, मिशन वात्सल्य, पोषण 2.0 एवं सक्षम आंगनबाड़ी को एकरूपता के साथ लागू करने की घोषणा आम बजट में की गई है।
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि महामारी से प्रभावित भारतीय अर्थव्यवस्था को उबारने में यह बजट मददगार साबित होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि अमृतकाल में प्रस्तुत सर्व समावेशी आत्मनिर्भर बजट गांव-गरीब व शहर तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन व अंत्योदय उत्थान के संकल्प को भी पूर्ण करेगा।
आंकड़ों के खेल में उलझा यह बजट पूरी तरह से खोखला है। केंद्र सरकार ने इस बजट में खेती-किसानी के साथ धोखा किया है। खाद पर 1.40 लाख करोड़ रुपये सब्सिडी घटाकर 1.05 लाख करोड़ रुपये किए जाने से किसानों पर महंगी खाद का बोझ पड़ना तय है। गारंटिड एमएसपी की चर्चा किए बगैर गेहूं व धान के लिए किसानों को 2.37 लाख करोड़ रुपये एमएसपी के रूप में दिए जाने का प्रावधान बजट में किया गया है।