बर्फीली उत्तर-पश्चिम हवाओं के साथ शीतलहर ने प्रदेश का हाल बेहाल कर दिया है। बेरहम ठंड मे पिछले चार दिनों 228 लोगों की जान ले ली है। रविवार को प्रदेश में 68 लोगों की मौत हो गई। इससे पहले शनिवार को 65, शुक्रवार को 48 और बृहस्पतिवार को 47 लोगों की ठंड के कारण जान चली गई थी।
सबसे ज्यादा 21 लोगों की मौत कानपुर में हुई। वहीं, बुंदेलखंड व आसपास के इलाकों में 22 लोगों की मौत हुई। ठंड से पूर्वांचल में आठ और अवध में 6 लोगों की मौत हुई। अमरोहा में चार, अलीगढ़ व हाथरस में दो और रामपुर, मेरठ और मुजफ्फरनगर में ठंड ने एक-एक की जान ले ली।
राहत की उम्मीद लगाए बैठे लोगों को गलन भरी ठंड ने बेहाल कर दिया। प्रदेश में दो डिग्री न्यूनतम पारे के साथ चुर्क (सोनभद्र), हमीरपुर, फतेहपुर, औरैया सबसे ठंडे शहर रहे। बहराइच में न्यूनतम पारा 3.2 डिग्री रहा तो अधिकतम तापमान भी 10 से कम 9.2 डिग्री दर्ज किया गया। वहीं, उरई का भी अधिकतम तापमान 9 डिग्री दर्ज किया गया।
प्रदेश में जारी शीतलहर के बीच रविवार को मेरठ, बांदा, उरई, कानपुर, झांसी, गाजीपुर, हरदोई, नजीबाबाद उन शहरों में रहे जहां न्यूनतम पारा 4 से 6 डिग्री के बीच दर्ज हुआ। जबकि सुल्तानपुर, गोरखपुर, वाराणसी, लखनऊ, फुर्सतगंज बरेली, झांसी, मेरठ, बस्ती, बलिया, चुर्क, कानपुर, इटावा, खीरी, हरदोई, शाहजहांपुर, नजीबाबाद, मुरादाबाद, हमीरपुर, आगरा अधिकतम तापमान 10 से 14 डिग्री केबीच दर्ज किया गया। प्रदेश में न्यूनतम पारे में सामान्य से दो से सात डिग्री की गिरावट दर्ज की गई। अधिकतम तापमान में यह गिरावट 6 से 13 डिग्री के बीच रही। लखनऊ में न्यूनतम तापमान 6.9 डिग्री जबकि अधिकतम 13.5 डिग्री रहा।
गलन से राहत नहीं
मौसम विभाग ने प्रदेश में शीतलहर जारी रहने केसाथ गलन भरे दिन और घने कोहरे की चेतावनी बरकरार रखी है। आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के मौसम विज्ञानियों के मुताबिक मंगलवार के बाद प्रदेश के पश्चिमी इलाकों में बादलों की आवाजाही, गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ने के आसार हैं।
कानपुर : 48 साल का रिकॉर्ड टूटा
कानपुर। ठंड ने कानपुर में इस सीजन में दिन के तापमान क 48 वर्षों का रिकॉर्ड तोड़ दिया। अधिकतम तापमान 10.4 डिग्री सेल्सियस रहा। इससे पहले 1971 में अधिकतम तापमान 10.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ था। हालांकि न्यूनतम पारा एक दिन पहले की अपेक्षा दो डिग्री बढ़कर 4.6 डिग्री पर आ गया। ठंड के चलते रोगियों के लिवर व गुर्दे फेल हो रहे हैं। सर्दी के रोगों के चलते रविवार को 21 और लोगों की मौत हो गई।
अवध में छह लोगों ने दम तोड़ा
शरीर को सुन्न कर देने वाली गलन और शीतलहर से अवध के जिलों में भी जनजीवन बेहाल रहा। हल्की धूप तो निकली पर ठंड से कोई राहत नहीं मिली। तराई के इलाकों जैसे श्रावस्ती, बहराइच और बलरामपुर में तो घना कोहरा फुहार जैसा बनकर गिरा। ठंड के चलते अयोध्या व बाराबंकी में दो-दो, सीतापुर व सुल्तानपुर में एक-एक की मौत हो गई।
किसान चिंतित
लगातार खराब हो रहे मौसम ने किसानों की भी चिंता बढ़ा दी है। किसानों का मानना है कि यदि बारिश होती है, तो इससे दलहनी व तिलहनी फसलों को नुकसान हो सकता है।