चंडीगढ़: हरियाणा में लगातार बारिश और पड़ोसी राज्यों से छोड़े गए पानी के कारण बाढ़ की स्थिति गंभीर होती जा रही है। यमुना, घग्गर, मार्कंडा और टांगरी नदियों का जलस्तर खतरे के निशान के आसपास या उससे ऊपर बह रहा है। निचले इलाकों के गांवों में पानी घुसने से खेत डूब गए हैं और कई सड़कों पर यातायात बाधित हो गया है। प्रशासन ने हाई अलर्ट जारी कर दिया है और लोगों से सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की है।
यमुना नदी का बढ़ता जलस्तर
हथिनीकुंड बैराज से लगातार पानी छोड़े जाने के बाद यमुना किनारे बसे जिलों—यमुनानगर, करनाल, सोनीपत और फरीदाबाद—में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। बुधवार सुबह तक बैराज से 1,58,552 क्यूसेक पानी छोड़ा गया, जो सीधे दिल्ली और हरियाणा के निचले इलाकों में पहुंच रहा है।
घग्गर नदी का प्रकोप
कुरुक्षेत्र जिले के पिहोवा क्षेत्र में घग्गर नदी का पानी दो गांवों—कुपियां प्लॉट और अढोया—में घुस गया है। खेत जलमग्न हो चुके हैं और फसलें खराब हो रही हैं। पंचकुला में घग्गर का जलस्तर 9,000 क्यूसेक तक पहुंच गया है।
मार्कंडा और टांगरी नदी भी बनीं खतरा
मार्कंडा नदी 31,000 क्यूसेक से अधिक पानी के साथ उफान पर है और खतरे के स्तर से 0.15 मीटर ऊपर बह रही है। इसके चलते कुरुक्षेत्र के आठ गांवों की सड़कें और खेत डूब गए हैं। शाहाबाद के कई इलाकों जैसे कथवा, मुगल माजरा और मलपुर पूरी तरह जलमग्न हैं।
अंबाला में टांगरी नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। छह कॉलोनियों में 2 से 3 फीट तक पानी भर गया है। प्रशासन ने निचले इलाकों के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की चेतावनी दी है।
प्रशासन की तैयारियां और अपील
जिला प्रशासन ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव दल तैनात कर दिए हैं। नावों और रेस्क्यू टीमों की मदद से लोगों को सुरक्षित निकाला जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग ने संभावित बीमारियों के खतरे को देखते हुए मेडिकल टीमें भी तैयार रखी हैं।
मौसम विभाग का पूर्वानुमान
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने हरियाणा के कई हिस्सों में अगले दो दिनों तक भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। विशेषकर अंबाला, कुरुक्षेत्र, कैथल और यमुनानगर जिलों में लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।