पानीपत. सर्दी के सीजन में रबी फसलों के लिए पश्चिम विक्षोभ से बारिश राहत और ओलावृष्टि आफत बनकर आई। भिवानी, चरखी दादरी के 50 व रेवाड़ी के 12 गांवों में किसानों ने ओले पड़ने से सरसों में 50 से 75 फीसदी नुकसान का आकलन किया है।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने गुड़गांव में कहा कि प्रदेश में ओलावृष्टि से फसलों में हुए नुकसान का पता लगाने के लिए विशेष गिरदवारी करने के निर्देश दिए गए हैं। प्रदेश में 29.32 लाख हेक्टेयर में खड़ी रबी फसलों को लाभ होगा। कृषि वैज्ञानिकों का कहना है कि इस बरसात से एक सिंचाई का काम चल जाएगा।
इससे गेहूं जौ, चना, सरसों, गन्ना, चारा और सब्जियों को फायदा होगा। प्रदेश में सर्दियों के सीजन में यह 5वीं बरसात है। पिछले 75 दिनों में 26 एमएम बरसात हो चुकी है। इससे फसलों को फायदा मिला है।
23 लाख हेक्टेयर में गेहूं की फसल को लाभ
कृषि वैज्ञानिकों का कहना है कि प्रदेश में करीब 23.06 लाख हेक्टेयर में गेहूं की फसल है। यह हरियाणा में सबसे अधिक बोई जाने वाली फसल होगी है। इस बरसात के बाद ठंडक बढ़ेगी। इससे गेहूं की फसल में फुटाव अच्छा होगा। जितनी ठंड बढ़ेगी, गेहूं की फसल को उतना लाभ मिलेगा। इससे उत्पादन में बढ़ोत्तरी की संभावना है।
अब तक 87 फीसदी एरिया में बिजाई
प्रदेश में रबी सीजन में बिजाई का लक्ष्य 33.34 लाख हेक्टेयर निर्धारित किया है, लेकिन 10 दिसंबर तक प्रदेश में 29.32 लाख हेक्टेयर में बिजाई हो चुकी है। इसमें सबसे अधिक गेहूं 23.06 लाख हेक्टेयर में, 44 हजार हेक्टेयर में चना, 17 हजार हेक्टेयर में जौ, 5.62 लाख हेक्टेयर में रबी ऑयलसीड की बिजाई हो चुकी है। 10 दिसंबर तक पिछले साल 29.58 लाख हेक्टेयर में, अबकी बार 26 हजार हेक्टेयर एरिया में कम बिजाई हुई है।
आधे हरियाणा में सामान्य से ज्यादा बरसात
प्रदेश के 10 जिलों में पिछले 74 दिनों में सामान्य से अधिक बरसात हो चुकी है। इनमें कई जिलों में सामान्य से 171 और 192 फीसदी अधिक बरसात हो चुकी है, जबकि 2 जिले ऐसे हैं, जहां सामान्य से कम बरसात हुई है। इन जिलों में मेवात, फरीदाबाद शामिल हैं।
फसलों को होगा लाभ, जहां ओले पड़े, वहां नुकसान
चौ. चरण सिंह हरियाणा कृषि विवि के करनाल स्थित रीजनल स्टेशन के अध्यक्ष डॉ. धर्मवीर यादव के अनुसार बरसात से सभी फसलों को लाभ होगा। गेहूं में सबसे अधिक लाभ होगा। इससे फुटाव अच्छा होगा। नमी जो बनी है, कुछ जगह पानी की अभी जरूरत हुई थी, वहां सिंचाई का काम चल गया है, जिन्होंने सिंचाई कर दी थी, उन्हें भी लाभ होगा।