ज्योतिषाचार्य शिवदत्त तिवारी – महिलाये ये व्रत अपने पति की लम्बी उम्र के लिए करती है। इस दिन चन्द्रमा को अरग देने के बाद पूजा करे ,हिन्दू धर्म में करवाचौथ व्रत का बहुत महत्व है। सुहागिन महिलाये ये व्रत अपने पति के लम्बी उम्र के लिए करती है।
शुभ मुहर्त है –
करवाचौथ की चतुर्थी तिथि 1:58 बजे शुरू होंगी जोकि अगले दिन 14 अक्टूबर को सुबह 3 :09 बजे तक रहेगा।
किस तरीके से करे पूजा –
नहाधो के साफ़ कपडे पहन कर पूजा करे।
फिर पानी पिए।
माता पार्वती को सुहाग सामग्री चढ़ाये।
माता पार्वती और शंकर का श्रृंगार करके पूजा करे।
व्रत का समापन करके बड़े बुजुर्ग और पति से आशीर्वाद ले।
भूलकर भी इस दिन ये गलती न करे –
अपने सुहाग और श्रृंगार का सामान किसी को न दे।
इस दिन काले और भूरे रंग का वस्त्र न पहने।
व्रत के दौरान सोना नहीं चाहिए और जो सो रहा है उसको भी उठा दे।
सुई धागे का इस्तमाल न करे।
पति से किसी भी प्रकार की लड़ाई न करे।