गांव खरकड़ी के निवासी टोल कंपनी कर्मी सोनू की मौत में टोल कंपनी की लापरवाही को लेकर मंगलवार को पांच गांवों के लोगों ने टोल पर धरना दिया। पांच दिन पहले 7 अप्रैल को रामायण टोल पर नौकरी करने वाले सोनू को तेज गति से आ रही एंबुलेंस ने टक्कर मार दी थी। ग्रामीणों ने कहा कि टोल कंपनी ने लापरवाही बरती। यदि घटना के तुरंत बाद घायल को हांसी के बजाय हिसार ले जाया जाता तो खून अधिक नहीं बहता और सोनू की जान बच सकती थी। टोल पर न चिकित्सक है, न कंपाउडर है, न कोई एंबुलेंस है, जिसकी वजह से एक बच्चे को जान से हाथ धोना पड़ा।
टोल कर्मी की मौत से भड़के लोग सात लाख मुआवजा और नौकरी की मांग की
