करनाल -जिला जेल करनाल से छेड़छाड़ के आरोप में बंद एक बंदी पहरेदारों को चकमा देकर रात को र्क्वाटर का जंगला तोड़कर फरार हो गया। लापरवाही बरतने के आरोप में दो कर्मियों को जेल सुपरिंटेंडेंट ने सस्पेंड कर दिया है। वहीं फरार बंदी के खिलाफ राम नगर थाना में केस दर्ज करवाया है। जेल प्रशासन ने जेल के साथ लगते कर्मचारियों के क्वार्टरों में कोरोना को देखते हुए ओपन जेल बनाई है। यहां पर क्वारंटीन व पॉजीटिव पाए जाने वाले कैदी व बंदियों को रखा जा रहा है बंदी ने इसी का फायदा उठाया। राम नगर थाने में दी शिकायत के अनुसार 18 सितंबर को धोबी मोहल्ला कृष्णा गेट कुरुक्षेत्र निवासी 26 वर्षीय दीपक को जेल भेजा गया था। जिसे कोरोना पॉजिटिव मिलने वालों के लिए बनाई ओपन जेल में रखा था। 22-23 सितंबर की रात करीब 1:30 बजे वह क्वार्टर का जंगला तोड़कर फरार हो गया।
नाबालिग के साथ छेड़छाड़ का आरोप
18 सितंबर को कृष्णा गेट थानेसर कुरुक्षेत्र थाने में शिकायत के आधार पर 26 वर्षीय दीपक पुत्र महेश वासी धोबी मोहल्ला कृष्णा गेट कुरुक्षेत्र के खिलाफ केस दर्ज हुआ था। मुकदमा नंबर 151 में आईपीसी की धारा 452, 8-पोस्को एक्ट के तहत यानी शिकायतकर्ता के घर या मकान में घुसकर नाबालिग से छेड़छाड़ करने के आरोप में केस दर्ज हुआ। जिसे गिरफ्तार करने के बाद करनाल जेल भेजा था। जेल सुपरिंटेंडेंट अमित ने बताया कि मंगलवार रात को ओपन जेल में हेड वार्डन व वार्डन की ड्यूटी थी। ड्यूटी पर होने के बावजूद उनको चकमा देकर बंदी भाग गया। इस लापरवाही पर वार्डन और हेड वार्डन दोनों को सस्पेंड कर दिया है। साथ ही विभागीय जांच भी शुरू की गई है। इसके अलावा भागे बंदी के खिलाफ पुलिस में शिकायत देकर केस दर्ज करवाया गया। राम नगर थाना पुलिस इंचार्ज जसविंद्र तुली ने बताया कि जेल से आई शिकायत के आधार पर दीपक के खिलाफ केस दर्ज किया है। जल्द आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
बंदी भागने की इस में दूसरी घटना
पांच सितंबर को भी पानीपत निवासी एक महिला कोरोना पॉजिटिव होने पर अस्पताल से भाग गई थी। कई दिन पहले जिसे कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज में भर्ती करवाया था। उसकी देख-रेख के लिए दो महिला पुलिस कर्मियों की ड्यूटी लगाई थी। महिला ने शौचालय जाकर दूसरे कपड़े पहने और भेष बदलकर फरार हो गई थी। ड्यूटी पर तैनात दोनों महिला कर्मियों को सस्पेंड किया गया था।