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आभार अजीत सिन्हा की रिपोर्ट
फरीदाबाद: सिचाई विभाग ने आज एक भाजपा विधायक को खुश करने के चक्कर में बिना कोई प्लानिंग के ही तोड़फोड़ की कार्रवाई को अंजाम दिया। आज की इस तोड़फोड़ की कार्रवाई में करीब 100 कच्चे -पक्के मकानों को चार बुल्डोजरों की सहायता से तोड़ दिया गया । इससे लगभग पांच सौ से अधिक लोग बेघर हो गए। दरअसल में नेशनल हाइवे -2 नजदीक सेक्टर -4 स्थित पटेल नगर हैं। यहां पर एक पुल का निर्माण कार्य चल रहा हैं इस बीच में ये सभी मकानें बाधा बनी हुई थी। इस कार्रवाई के दौरान नेशनल हाइवे -2 पर गाड़ियों की गति धीमी होने के कारण घंटों तक जाम लगी रहीं और वहां पर उपस्थित पुलिस कर्मी ना तो सामजिक दुरी के नियमों का पालन किया, नाहीं बहुत से पुलिस कर्मियों ने मास्क पहना हुआ था। क्या इस मामले में जिला प्रशासन का कोई बड़ा अधिकारी कोई कार्रवाई करेगा। यदि सिचाई विभाग के पास इस तोड़फोड़ को लेकर कोई प्लानिंग होती तो इस दिशा में जरूर ध्यान दिया होता।
पीड़ितों का कहना हैं कि इस पटेल नगर में लगभग 53 सालों से रह रहे हैं। इसके साथ में एक बड़ा सा गंदा नाला हैं। इसके साथ में एक पुल का निर्माण किया जा रहा हैं। इस बीच में उन लोगों के काफी मकानें आ रहीं हैं। जिसमें स्कूल, डिस्पेंसरी व मंदिर बने हुए थे। इसकी संख्या लगभग 100 से अधिक हैं। इसलिए उनके मकानों को तोडा गया हैं.ताकि इस निर्माणधीन पुल बनाने के कार्य को पूरा किया जा सकें। लोगों की माने तो इस पुल का सीधा फायदा भाजपा विधायक को होना। और किसी को भी नहीं होना। क्यूंकि उनकी एक बड़ी फ़ैक्ट्री हैं। इस पुल के बन जाने के कारण भाजपा विधायक के फ़ैक्ट्री में बड़ी-बड़ी गाड़ियां आसानी से आ- जा सकेंगी। अब वह लोग अपने परिवार सहित सड़कों पर आ गए हैं। एक तो घर का इतना सारा सामान ,फिर छोटे-छोटे बच्चों को लेकर कहा जाएंगें। लोगों ने यह भी बताया कि अब किराया का मकान लेने जाएंगें तो 8000 से 10000 रूपए देने होंगें। इतना पैसा उनके पास कहा से आएगा। वह रेहड़ी -पटरी पर छोटे -छोटे सामानों को बेच कर अपने परिवार का गुजारा किया करते थे।
अब क्या करेंगें। पहले तो लॉकडाउन की वजह से कई महीनों तक काम धंधा बंद करके अपने- अपने घरों में बंद रहे, जब सब कुछ खुला तो जिला प्रशासन ने उनके मकानों को तोड़ दिया। वैसे तो कोरोना महामारी के दौरान कोरोना संक्रमण से बचने के लिए सामाजिक दुरी का पालन अनिवार्य किया हुआ और सभी को मास्क पहनना भी जरुरी किया हुआ। ना पहनने वाले का पांच सौ रूपए का चालान पुलिस कर रहीं हैं। अब तो पुलिस के काफी जवान इस तोड़फोड़ के कार्रवाई के दौरान बिना मास्क के दिखाई दिए और एक झुंड में एक साथ बिल्कुल नजदीक व बिना मास्क के बैठे हुए दिखाई दिए। इस तोड़फोड़ के दौरान एसीपी, बल्ल्भगढ़ जयबीर राठी मौजूद थे। इस कार्रवाई के समय नेशनल हाइवे-2 जोकि पलवल के लिए जाती हैं। इस तोड़फोड़ की वजह से सैकड़ों गाड़ियां जाम में फंसी रही जोकि बिल्कुल धीमी गति से चल रहीं थी। यह सभी कमियां सिचाई विभाग के अधिकारियों की वजह से दिखाई दी हैं। इस तोड़फोड़ को लेकर उनके पास कोई प्लानिंग ही नहीं थी। अगर होती तो उपस्थित पुलिस कर्मी मास्क पहने हुए होते,सामाजिक दुरी के नियमों का पालन भी कर रहे होते और नेशनल हाइवे -2 पर जाम की स्थिति भी नहीं हुई होती। फिलहाल बिना मास्क पहने हुए पुलिस कर्मियों का चालान कौन कटेगा। आम लोगों का तो मास्क न पहनने पर तुरंत चालान धरा देते हैं।