अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के कथित आत्महत्या मामले में अब तक हुई मुंबई पुलिस की छानबीन पर भी सवाल उठने लगे हैं। बिहार सरकार के एडवोकेट जनरल ललित किशोर ने आरोप लगाया है कि बिहार पुलिस की छानबीन में मुंबई पुलिस सहयोग नहीं कर रही है। बिहार पुलिस ने शुक्रवार को अपने ही दम पर सुशांत के खानसामा से पूछताछ की है और उससे पुलिस को कुछ नई चीजें पता चली हैं।
ललित ने मुंबई पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा, ‘जब एक राज्य की पुलिस दूसरे राज्य में जांच करने जाती है तो संबंधित राज्य और उनके अधिकारी पूरा सहयोग देते हैं। लेकिन, इस केस में ऐसा नहीं हो रहा है।’ दरअसल, पुलिस सूत्रों के हवाले से मीडिया को खबर मिली है कि बिहार से आए चार पुलिस अधिकारी अपने दम पर ही छानबीन करने में जुटे हुए हैं। वह सुशांत के बैंक खातों की जानकारी के लिए खुद ही गए। मुंबई पुलिस से उन्हें कोई मदद नहीं मिली।
खबरें बताती हैं कि पटना पुलिस को जहां ठहराया गया है वहां से बांद्रा पुलिस स्टेशन तक का रास्ता भी उन्हें नहीं बताया गया। जब उन्हें डीसीपी ऑफिस जाना था तो भी उन्हें कोई जानकारी नहीं दी गई। तीन दिन बीत चुके हैं लेकिन अभी तक पटना पुलिस को सुशांत की पोस्टमार्टम रिपोर्ट, केस की डायरी और अब तक जब्त की गई चीजों की कोई जानकारी नहीं दी गई है। पटना पुलिस अपने दम पर ही जो कुछ कर सकती है, वह कर रही है।
शुक्रवार को पुलिस ने सुशांत के खानसामा नीरज से पूछताछ की। नीरज मई 2019 सुशांत के साथ काम कर रहा था। नीरज ने बताया है कि जब अक्टूबर 2019 में सुशांत रिया चक्रवर्ती के साथ ही यूरोप गए थे, तब ठीक ठाक थे। लेकिन, जब वह दिवाली के आसपास वापस लौटे तो वह अच्छा महसूस नहीं कर रहे थे। वह लगातार किसी तरह की बीमारी का शिकार हो रहे थे। दिवाली के बाद सुशांत अपना घर छोड़कर रिया के साथ उनके घर में रहने लगे। फिर बाद में ये दोनों बांद्रा वाले घर में शिफ्ट हो गए।
घटना वाले दिन का जिक्र करते हुए नीरज ने बताया, ‘सुशांत सुबह सात बजे उठे और उन्होंने ठंडा पानी मांगा। उनकी तबीयत खराब थी इसलिए अक्सर वह ठंडा पानी नहीं पीते थे। रिया मैम साहब ने मना किया था, फिर भी मैंने उन्हें नॉर्मल से थोड़ा ठंडा पानी दिया। पानी पीने के बाद वह मुस्कुराए और अपने रूम में चले गए।’ नीरज के अनुसार सुशांत ने थोड़ी देर में जूस पीया। फिर वह दोपहर के खाने के बारे में सुशांत से पूछने के लिए उनका दरवाजा खटखटाया लेकिन कोई उत्तर नहीं मिला। कुछ घंटों तक सुशांत बाहर नहीं आए तो उनका दरवाजा जबरदस्ती खोला गया और उन्हें फांसी पर लटका हुआ पाया गया।