पिहोवा पुलिस ने गांव जुरासी कलां निवासी एक व्यक्ति की शिकायत पर उसके बेटे को कनाडा भेजने के नाम पर 19 लाख रुपये की धोखाधड़ी करने के आरोप में कुरुक्षेत्र के वार्ड नंबर 24 की महिला पार्षद आशुबाला और उसके पति विजय कुमार के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
पुलिस में दर्ज शिकायत में गांव जुरासी कलां निवासी फूमन सिंह ने कहा कि वह अपने बेटे रविंद्र सिंह को विदेश भेजना चाहता था। इसी दौरान उसे एक जानकार ने बताया कि कुरुक्षेत्र निवासी विजय कुमार व उसकी पत्नी आशुबाला विदेश भेजने का कारोबार करते है। एक दिन उसने उनसे संपर्क किया तो उन्होंने बताया कि वे भारत सरकार से मान्यता प्राप्त एजेंट हैं।
वे उसके बेटे रविंद्र सिंह को 24 लाख रुपये में कनाडा भेज देंगे। तब उसने अनाज मंडी स्थित अपने आढ़ती से बातचीत की। आढ़ती द्वारा विजय कुमार व उसकी पत्नी आशुबाला से बात करने पर उन्होंने 22 लाख रुपये में उसके बेटे को कनाडा भेजने के लिए हामी भर दी। शिकायतकर्ता अनुसार दंपत्ति अनाज मंडी स्थित आढ़ती की दुकान पर आए ओर कहा कि आधे पैसे उन्हें पहले व आधी रकम कनाडा पहुंचने के बाद देनी होगी।
उसी दिन वे उससे 8 लाख रुपये नगद ले गए। कुछ दिनों पश्चात उसके बेटे रविंद्र पर एजेंट का फोन आया कि तुम्हारे कागजात तैयार हैं। वह दिल्ली आकर उनसे मिले। तब उसका बेटा उनके बताए पते पर पहुंच गया ओर वहां से उसके बेटे को रेलगाडी द्वारा कलकत्ता भिजवा दिया गया। जहां पर वह 10 दिन तक रहा। उसके बाद विजय कुमार का एक एजेंट उसके पास आया ओर उसे बताया कि उसका कनाडा का वीजा नही लगा है। फिलहाल उसका वीजा मलेशिया का लगा है।
मलेशिया जाने के बाद वे उसे दोबारा कनाडा भेज देगें। व्यक्ति ने उसके बेटे को मलेशिया का वीजा व टिकट देते हुए कहा कि मलेशिया एयरपोर्ट पर उनका आदमी उसे अपने साथ ले जाएगा। एयरपोर्ट पर उतरते ही उसे एक व्यक्ति टैक्सी में बिठाकर अज्ञात स्थान पर ले गया। जहां पर उसे कमरे में बंद कर दिया गया तथा उसके साथ मारपीट कर उसके पास से 2 हजार कनाडा डॉलर, मोबाइल और अन्य जरूरी कागजात छिनने के बाद एक व्यक्ति ने उसकी कनपटी पर रिवाल्वर तानकर उसे विजय कुमार को फोन कर कनाडा पहुंचने की बात बोलने को कहा। उसके बेटे ने डर के मारे उनके कहे अनुसार बोल दिया था। उसके पश्चात विजय कुमार अनाज मंडी स्थित उपरोक्त आढ़ती से बकाया 14 लाख रुपये भी ले गया।
शिकायतकर्ता के अनुसार 5 दिन मलेशिया रहने के बाद उसका बेटा रविंद्र 25 मई 2018 को भारत वापस आ गया। जब वे अपने रुपये वापिस मांगने के लिए विजय कुमार के पास पहुंचे तो उन्हें 22 लाख रुपये में से 3 लाख रुपये वापस लौटा दिए। बकाया रकम जल्द ही वापस देने की बात कही थी। काफी समय तक जब उन्होंने उनकी बकाया रकम 19 लाख रुपये नहीं लौटाई तो वे 11 जुलाई 2020 को एक पंचायत लेकर उसके पास गए थे। पंचायत में दंपती एजेंट ने उनके रुपये वापिस लौटाने से साफ इनकार कर दिया था। जिसकी शिकायत उसने पुलिस महानिरीक्षक करनाल को दी थी, जिनके आदेश पुलिस ने दंपती विजय कुमार और आशुबाला के खिलाफ धोखाधड़ी करने का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।