10 करोड़ रुपये की लागत से तीर्थ पर स्थापित होगा भगवान श्रीकृष्ण का विराट स्वरूप

Special developments for Kurukshetra to put it on world map ...

धर्मक्षेत्र कुरुक्षेत्र को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने के लिए कुरुक्षेत्र को श्रीकृष्णा सर्किट के साथ जोड़ा गया है, ताकि कुरुक्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा दिया जा सकें। इसके लिए सरकार की ओर से कई परियोजनाओं को भी मंजूरी दी है, जिनमें कई परियोजनाओं पर काम भी चल रहा है। श्रीकृष्णा सर्किट के तहत गीता की जन्मस्थली ज्योतिसर में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए करीब 100 करोड़ रुपये की परियोजनाओं को अमलीजामा पहनाया गया है, जिस पर कामकाज चल रहा है। इन परियोजना के अनुसार गीतास्थली ज्योतिसर स्थित तीर्थ में भगवान श्रीकृष्ण का विराट स्वरूप स्थापित किया जाएगा, जिस पर करीब 10 करोड़ रुपये का खर्च आएगा। इसके अलावा इस पवित्र स्थल को भी विकसित करने की योजना है, उस पर भी काम चल रहा है।

यह योजना 2022 तक पूरी होने की संभावना है। करीब तीन साल पहले आरएसएस सर संघ चालक डॉ. मोहन भागवत, तत्कालीन राज्यपाल प्रो. कप्तान सिंह सोलंकी, तत्कालीन हिमाचल के राज्यपाल आचार्य डॉ. देवव्रत व मुख्यमंत्री मनोहर लाल, गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद, विधायक सुभाष सुधा सहित सरकार के तत्कालीन मंत्रियों ने ज्योतिसर में श्रीकृष्णा सर्किट परियोजना के तहत प्राचीन वट वृक्ष परिक्रमा पथ विस्तारीकरण कार्य और ज्योतिसर में 10 करोड़ की लागत से स्थापित होने वाले भगवान श्रीकृष्ण के विराट स्वरूप प्रतिमा योजना का शिलान्यास किया था। करीब 10 करोड़ रुपये की लागत से स्थापित होने वाले भगवान श्रीकृष्ण के विराट स्वरूप की परियोजना का आधे से ज्यादा काम संपन्न हो चुका है। इस परियोजना के अलावा करीब 90 करोड़ रुपये की लागत से सात इंटरप्रिटेशन हॉल निर्माण किया जाएगा, जिसमें महाभारत, गीता, भारत की गौरवशाली परंपरा की जानकारी आधुनिक टेक्नोलॉजी के साथ दी जाएगी।
पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा : नरेंद्र मोदगिल
नरेंद्र मोदगिल ने बताया कि पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने कुरुक्षेत्र को श्रीकृष्णा सर्किट के साथ जोड़ा गया। श्रीकृष्णा सर्किट के तहत ज्योतिसर में भगवान श्रीकृष्ण का विराट स्वरूप स्थापित किया जाएगा। इसके अलावा पर्यटकों को महाभारत और गीता से संबंधित जानकारी को लेटेस्ट टेक्नोलॉजी के साथ दिखाया जाएगा, जिससे पर्यटन को निश्चित तौर पर बढ़ावा मिलेगा।
तेज गति से होना कार्य : प्रवीण शर्मा
प्रवीण शर्मा ने बताया कि तीन साल पहले इन परियोजनाओं का शिलान्यास किया था। अभी भी यह काम पूरा नहीं हुआ है। केडीबी को काम की गति को तेज कराने के लिए ध्यान देना चाहिए। इन परियोजनाओं को पूरा होने से पूरी दुनिया में कुरुक्षेत्र की साख भी बढ़ेगी। पर्यटन को बढ़ावा मिलने से रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे।
तीन इंटरप्रिटेशन हॉल का निर्माण हुआ पूरा : मदनमोहन छाबड़ा
केडीबी के मानद सचिव मदनमोहन छाबड़ा ने बताया कि भगवान श्रीकृष्ण के विराट स्वरूप की परियोजना का आधे से ज्यादा काम हो चुका है। इसके अतिरिक्त तीन इंटरप्रिटेशन हॉल का निर्माण भी पूरा हो चुका है। साल 2022 तक इन परियोजनाओं को पूरा कर लिया जाएगा। इससे कुरुक्षेत्र में न केवल पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि पूरी दुनिया को भारत की गौरवशाली परंपरा व संस्कृति की जानकारी मिलेंगी। इंटरप्रिटेशन हॉल में महाभारत, गीता, महाभारत के लिए कुरुक्षेत्र का चुनाव, धर्मक्षेत्र कुरुक्षेत्र की जानकारी को लेटेस्ट टेक्नोलॉजी के साथ दिखाया जाएगा।

 

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