क्रिकेटर युवराज सिंह (Yuvraj Singh) द्वारा अनुसूचित जाति के खिलाफ सोशल मीडिया पर कथित आपत्तिजनक टिप्पणी करने का मामला कोर्ट (Court) पहुंच गया है. सोशल एक्टिविस्ट रजत कलसन की याचिका पर सुनवाई करते हुए हिसार की विशेष अदालत ने हांसी जिला पुलिस अधीक्षक को नोटिस जारी कर मामले में स्टेटस रिपोर्ट मांगी है. वहीं, जिला पुलिस की जांच प्रगति पर है और सीडी को जांच के लिए लैब में भेजा गया है. अब अदालत के नोटिस के बाद जिला पुलिस को इस मामले में कोर्ट में स्टेटस रिपोर्ट अदालत के समक्ष पेश करनी होगी.
गौरतलब है कि टीम इंडिया के सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा के साथ युवराज सिंह की बातचीत (लाइव इंस्टाचैट) का वीडियो क्लिप वायरल हुआ था, जिसमें उन्होंने कथित जातिवादी टिप्पणी की थी. अधिवक्ता रजत कलसन ने इस मामले में बीते 2 जून को पुलिस में शिकायत दी थी. एसपी लोकेंद्र सिंह ने मामले में जांच डीएसपी रोहताश सिंह को सौंपी थी, लेकिन पिछले दिनों डीएसपी का तबादला बरवाला हो गया. वर्तमान में डीएसपी विनोद शंकर के पास जांच की जिम्मेदारी है.
पुलिस प्रशासन का दावा है कि मामले में बेहद गंभीरता से जांच की जा रही है और शिकायतकर्ता द्वारा जो इलेक्ट्रॉनिक सबूत सौंपे गए थे. उनकी सत्ययता जांच के लिए लैब में जांच के लिए भेजा गया है. पुलिस सुत्रों के मुताबिक इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्यों को अमूमन जांच के लिए चंडीगढ़ या हैदराबाद भेजा जाता है. पुलिस रिपोर्ट आने की इंतजार कर रही है, जिसके बाद अगला कदम उठाएगी.
यूवी मांग चुके हैं माफी
पूर्व भारतीय ऑलराउंडर युवराज सिंह ने जातिसूचक शब्द का इस्तेमाल करने के लिए माफी मांग चुके हैं. युवराज सिंह ने ट्विटर के जरिए कहा था कि अगर उनकी बात से किसी की भावना को ठेस पहुंची, तो वह उसके लिए वह माफी मांगते हैं.