एक-दूसरे के धुर विेरोधी माने जाने वाले पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और कांग्रेस सांसद प्रताप सिंह बाजवा आज एक-दूसरे के आमने सामने होंगे। कैप्टन अमरिंदर ने 31 जनवरी से शुरू होने वाले केंद्रीय बजट सत्र के मद्देनजर आज प्रदेश के कांग्रेस के लोकसभा व राज्यसभा सदस्यों की बैठक बुलाई है। बैठक में संसद में राज्य के मुद्दे उठाने को लेकर चर्चा होगी। बैठक में कांग्रेस के सभी सांसद पहुंच रहे हैं। सबकी नजर राज्यसभा सदस्य प्रताप सिंह बाजवा और शमशेर सिंह दूलो पर रहेगी क्योंकि दोनों न सिर्फ पंजाब सरकार बल्कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की कारगुजारी पर बेबाक टिप्पणी करते रहते हैं।
मुख्यमंत्री ने बुलाई लोकसभा व राज्यसभा सदस्यों की बैठक, बाजवा ने फिर दिखाए तेवर
बाजवा ने बैठक से पहले ही अपने तेवर दिखा दिए हैं। उन्होंने बेरिंग यूनियन क्रिश्चियन कॉलेज बटाला की जमीन को लेकर मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है। उन्होंने कहा है कि एक तरफ नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ पंजाब विधानसभा में प्रस्ताव पारित किया गया। दूसरी तरफ पंजाब में ही अल्पसंख्यक समुदाय के कॉलेज मामले में नाइंसाफी हो रही है। इससे प्रदेश सरकार की छवि भी खराब हो रही है।
बाजवा ने कहा- सीएए के खिलाफ प्रस्ताव पारित करने वाली सरकार की छवि खराब हो रही
इसके साथ ही बाजवा ने कहा है कि चुनाव से पहले पार्टी का कहना था कि शिअद-भाजपा सरकार ने थर्मल प्लांटों के साथ जो समझौते किए हैं या तो उनमें संशोधन किया जाएगा या उन्हें रद किया जाएगा। अब मुख्यमंत्री मानसून सत्र में श्वेत पत्र लाने की बात कर रहे हैं। आखिर जो श्वेत पत्र दस दिनों में आ सकता है उसके लिए मानसून सत्र तक इंतजार करने का कोई तर्क नहीं बनता है।
उन्होंने कहा कि चुनाव में हमने जो वायदे किए थे, या तो उनका आकलन हम नहीं कर पाए या हम उसके लिए तैयार ही नहीं हैं। बाजवा के तेवर इस तरफ साफ संकेत कर रहे हैं कि आज की बैठक निश्चित रूप से हंगामी हो सकती है। इस बैठक में कांग्रेस के प्रदेश प्रधान सुनील जाखड़ भी शामिल होंगे।
बैठक का एजेंडा नहीं पता : दूलो
राज्यसभा सदस्य शमशेर सिंह दूलो ने कहा- मैं बैठक में जाऊंगा। अभी यह नहीं पता कि एजेंडा क्या है, लेकिन पार्टी की नीति के अनुसार ही अपने विचार रखूंगा।