फतेहगढ़ साहिब. जिला फतेहगढ़ साहिब के गांव साधुगढ़ के अग्रणी किसान सुरजीत सिंह साधुगढ़ को केंद्र सरकार द्वारा कृषि कर्मण पुरस्कार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दिया है। सुरजीत सिंह को यह सम्मान कर्नाटक के शहर तुमकर में हासिल हुआ है, जहां केंद्र सरकार की तरफ से कृषि दिवस पर राष्ट्रीय स्तर का कार्यक्रम आयेाजित किया गया था। इसमें पंजाब में से सिर्फ उन्हें ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कृषि कर्मण पुरस्कार दिया और 2 लाख रुपए बतौर इनाम भी दिए।
समारोह से लौटने के बाद 45 एकड़ जमीन के मालिक किसान सुरजीत सिंह ने बताया कि 20 साल पहलेसन 2001 में उन्होंने अपने खेतों में पराली को आग लगाना बंद कर दिया था। जहरीली खादों का इस्तेमाल भी बंद करके ऑर्गैनिक खेती शुरू कर दी थी। इसके अलावा 2006 में सारी जमीन को रेनगन (फव्वारा सिस्टम) से पानी लगाना शुरू कर दिया, जिससे पानी की बचत होने लगी।
इस बारे में सुरजीत सिंह ने बताया कि पराली को खेतों में मिलाने से जमीन की उपजाऊ शक्ति बढ़ती है। उन्होंने कहा कि अगले साल 45 क्विंंटल झाड़ हासिल करने का लक्ष्य है। जब से वह आर्गैनिक खेती करने लगे हैं, तब से उनके खर्चे कम हो गए हैं और पानी की बचत भी हो रही है। उन्होंने बताया कि फव्वारा सिस्टम लगाने पर सरकार द्वारा 75 फीसदी सब्सिडी दी जाती है। पराली को आग न लगाने से पर्यावरण शुद्ध होता है, जो पराली खेतों में मर्ज की जाती है, वह खाद बन जाती है। पराली जलाने से फसल के मित्र कीट खत्म हो जाते हैं और इससे झाड़ भी घटता है और जमीन की उपजाऊ शक्ति भी कम होती है।