जालंधर समेत विभिन्न जिलों से. नागरिकता संशोधन एक्ट (सीएए), एनआरसी और एनपीआर के विरोध में शुक्रवार को मुस्लिम भाईचारे के लोगों ने जालंधर, अमृतसर और लुधियाना समेत प्रदेशभर में प्रदर्शन किए। कानून के विरोध में संगरूर का मालेरकोटला पूर्ण बंद रहा। वहीं, पटियाला में एक जगह सीएए के समर्थन और दो जगह विरोध में प्रदर्शन हुए।
अमृतसर, तरनतारन, गुरदासपुर, होशियारपुर, नवांशहर, रोपड़, मोहाली, पटियाला, फतेहगढ़ साहिब, मोगा, कपूरथला, बठिंडा, जालंधर, फरीदकोट, मानसा, मुक्तसर साहिब, संगरूर, जीरा और खन्ना में जबरदस्त रोष प्रदर्शन किए गए। सबसे बड़ा विरोध प्रदर्शन मालेरकोटला हुआ। यहां सभी शिक्षण संस्थान समेत सब्जी मंडी और बाजार भी बंद रहे।
रोष स्वरूप मुस्लिम भाईचारे के लोगों ने अपने घरों पर काले झंडे लहरा व हाथों पर काली पट्टियां बांध काला दिवस मनाया। अप्रिय घटना से देखते हुए पुलिस प्रशासन ने शहर में चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात किया था।
अमृतसर- मस्जिदों पर काले झंडे लगा रोष जताया
केंद्र के सीएए कानून के खिलाफ विरोध नहीं थम रहा। यहां शुक्रवार को सीएए के खिलाफ मस्जिदों पर काले झंडे लगा कर ब्लैक डे मनाया गया। मजलिस अहरार इस्लाम ए हिंद के नुमाइंदों और मस्जिद के इमाम मौलाना हामिद हुसैन कासमी की अगुवाई में मस्जिद के बाहर प्रदर्शन किया। हाथों में तिरंगा और माथे पर काली पट्टी बांध कर प्रदर्शन किया।
लुधियाना- सीएए को रद्द करने की मांग
नागरिकता कानून के विरोध में दीनी मरकज की अपील पर लुधियाना में काला दिवस मनाया गया। हाथ में काले झंड लेकर नमाजियों ने केंद्र और यूपी सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों ने जिला प्रशासन के जरिए राष्ट्रपति को भेजे मेमोरंडम के जरिए मांग की कि धर्म को आधार बनाकर नागरिकता कानून को रद्द करें।
जालंधर- लोगों ने राष्ट्रपति के नाम सौंपा ज्ञापन
सीएए के विरोध में ब्लैक-डे मनाया और प्रदर्शन कर राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा। सभी धर्मों के लोग एक मंच पर आए और कानून वापस लेने की मांग की। कहा कि सरकार ने जानबूझ कर धर्मों का जिक्र किया है क्योंकि किसी को भी सिटीजनशिप देनी है तो उसमें ‘सिटीजन’ शब्द का इस्तेमाल किया जाता है न कि किसी के धर्म का।
उमर खालिद भी पहुंचा प्रदर्शन में
मालेरकोटला में रोष प्रदर्शन के दौरान जेएनयू का पूर्व छात्र उमर खालिद भी पहुंचा। शुक्रवार दोपहर को जुमे की नमाज अदा करने के बाद मुस्लिम भाईचारे के सैकड़ों लोग सरहंदी गेट पर एकत्रित हुए। जहां से कमल सिनेमा तक रोष रैली की गई। रोष रैली को संबोधित करते हुए उमर खालिद ने कहा कि देश के बंटवारे के दौरान जो माहौल पैदा हुआ था अब केंद्र फिर वहीं माहौल पैदा कर रहा है। 19 लाख लोग एनआरसी की लिस्ट से बाहर हैं। इन लोगों को एक साजिश के तहत दूसरे दर्जे का शहरी बनाया जा रहा है।
शिवसेना हिंदुस्तान ने किया समर्थन
पटियाला| शिवसेना हिंदुस्तान की विद्यार्थी शाखा ने नागरिकता कानून और एनआरसी के पक्ष में प्रदर्शन किया। मोती महल के पास गुरु नानक फाउंडेशन स्कूल सूलर के पास नारेबाजी की। यहां प्रदीप वर्मा पंजाब इंचार्ज हिंदुस्तान विद्यार्थी सेना ने विचार रखे और कहा कि कानून किसी के खिलाफ नहीं है। इसे लेकर गलत अफवाह फैलाई जा रही है। अफवाह के चलते ही लोग प्रदर्शन कर रहे हैं। वहीं, पटियाला में दो जगह विरोध में भी प्रदर्शन किए गए।