साध्वी यौन उत्पीड़न केस में सजा काट रहे राम रहीम ने दिसंबर में 100 मिनट परिजनों व हनीप्रीत से मुलाकात की। इसमें 40 मिनट परिजनों तो 60 मिनट हनीप्रीत से बातचीत की है। इसी कड़ी में सोमवार को हनीप्रीत सुनारिया जेल पहुंची और राम रहीम से 20 मिनट तक मुलाकात की। इससे पहले वह 9 व 23 दिसंबर को भी राम रहीम से मुलाकात कर चुकी है।
सोमवार को दो बजकर 54 मिनट पर हनीप्रीत सुनारिया जेल पहुंची। करीब एक घंटे तक वह जेल परिसर में रही। इस दौरान अन्य कैदियों की मुलाकात बंद रही। हनीप्रीत के जेल पहुंचने के बाद जेल प्रशासन की ओर से उसकी 20 मिनट राम रहीम से मुलाकात कराई गई। जेल में हनीप्रीत के साथ राम रहीम का चचेरा भाई चरण सिंह सिद्धू, उनके वकील हरीश छाबड़ा व राजेंद्र सिंह सारां भी आए हुए थे।
गौरतलब है कि जेल प्रशासन ने उसका नाम गुरमीत की पारिवारिक सूची में शामिल कर लिया है। सजायाफ्ता कैदी से मिलने के लिए सप्ताह में दो दिन तय होते हैं। उनसे मिलने वालों के दस लोगों का नाम जेल प्रशासन के पास होता है। हालांकि 9 दिसंबर को वह परिवार वालों के साथ राम रहीम से मिली थी। उसके बाद वह 23 दिसंबर को पहली बार जेल में गुरमीत राम रहीम से मुलाकात करने पहुंची। अब 30 दिसंबर को वकीलों के साथ वह सुनारिया जेल पहुंची।
दिसंबर में 100 मिनट में कब कौन मिला
- 02 दिसंबर को राम रहीम से बेटा जसमीत, बेटी चरनजीत, दामाद रुहमीत व साहनमीत के साथ वकील राजेंद्र सिंह सारां ने मुलाकात की।
- 09 दिसंबर को पहली बार हनीप्रीत परिवार वालों के साथ आई थी।
- 16 दिसंबर को बेटा जसमीत व बेटी अमरप्रीत व चरनजीत के साथ वकील हरीश छाबड़ा ने की थी मुलाकात।
- 23 दिसंबर को हनीप्रीत की मुलाकात हुई।
- 30 दिसंबर को हनीप्रीत तीसरी बार राम रहीम से मिली।
25 अगस्त 2017 में हुई थी राम रहीम को सजा, पंचकूला में हुई थी हिंसा
सीबीआई की विशेष अदालत ने साध्वी यौन उत्पीड़न मामले में राम रहीम को 25 अगस्त 2017 को सजा सुनाई थी। इसके चलते पंचकूला में हिंसा हुई, जिसके बाद देर शाम पुलिस राम रहीम को हेलीकॉप्टर से रोहतक की सुनारिया जेल लेकर पहुंची। उस समय हनीप्रीत भी साथ थी। इसके बाद पुलिस ने हिंसा के मामले में हनीप्रीत को पंजाब से गिरफ्तार किया था।वह 2017 से लेकर 6 नवंबर 2019 को जमानत होने तक अंबाला की जेल में बंद रही। इसी नवंबर 2019 में उसे जमानत मिली थी। बाहर आकर हनीप्रीत ने सुनारिया जेल प्रशासन को राम रहीम से मुलाकात करने की अर्जी दी लेकिन जेल प्रशासन ने सिरसा एसपी की रिपोर्ट पर अर्जी खारिज कर दी। बाद में गृह मंत्री अनिल विज के हस्तक्षेप के बाद जेल प्रशासन ने हनीप्रीत को मुलाकात की अनुमति दी।