मोहाली में ड्रग इंस्पेक्टर के पद पर तैनात डॉक्टर नेहा शौरी की हत्या के मामले में ड्रग माफिया का हाथ होने से पुलिस ने इनकार किया है। पंजाब पुलिस ने दुकान के लाइसेंस के चक्कर में परेशान व्यक्ति द्वारा इस हत्याकांड को अंजाम देने का मामला बताते हुए हाईकोर्ट में अपनी स्टेटस रिपोर्ट दाखिल कर दी है।
साथ ही पंजाब पुलिस की एसआईटी ने हाईकोर्ट को बताया कि मामले में क्लोजर रिपोर्ट तैयार कर ली गई है। 1971 की जंग लड़ चुके नेहा शौरी के पिता रिटायर्ड कैप्टन कैलाश किशोर शौरी और मां अरुण शौरी ने एडवोकेट भृगुदत्त शर्मा के जरिए याचिका दायर कर पुलिस जांच पर सवाल उठाए।
याची ने कहा कि एक ओर तो पंजाब सरकार राज्य में नशे के कारोबार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस पॉलिसी के दावे कर रही है, वहीं, दूसरी ओर ड्रग माफिया द्वारा उनकी बेटी की हत्या की जांच में बिल्कुल भी पारदर्शिता नहीं बरती जा रही है। जांच में अब तक क्या निकल के आया है और जांच कहां तक पहुंची है, इस बारे में उनके परिवार को कोई जानकारी नहीं दी जा रही है।