सोनीपत/नई दिल्ली — अशोका यूनिवर्सिटी के एसोसिएट प्रोफेसर अली खान महमूदाबाद को ऑपरेशन सिंदूर पर उनकी सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने रविवार को इस बात की जानकारी दी।
क्राइम डीसीपी नरेंद्र सिंह के अनुसार, राय थाना में प्रोफेसर महमूदाबाद के खिलाफ दो प्राथमिकी (FIR) दर्ज की गई हैं। पहली शिकायत बीजेपी युवा मोर्चा के नेता और जठेड़ी गांव के सरपंच योगेश जठेड़ी द्वारा दर्ज कराई गई है, जबकि दूसरी शिकायत हरियाणा महिला आयोग की अध्यक्ष रेनू भाटिया द्वारा दी गई।
डीसीपी ने बताया कि प्रोफेसर को कोर्ट में पेश किया जाएगा और आगे की जांच के लिए पुलिस उनकी रिमांड की मांग करेगी। उन्हें दिल्ली से गिरफ्तार किया गया है।
महिला आयोग की अध्यक्ष रेनू भाटिया ने महमूदाबाद की टिप्पणियों को भारतीय सशस्त्र बलों की महिलाओं के प्रति अपमानजनक और सांप्रदायिक वैमनस्य फैलाने वाला बताते हुए स्वत: संज्ञान लिया था। आयोग ने प्रोफेसर को 14 मई को तलब किया था, लेकिन वह पेश नहीं हुए।
बाद में प्रोफेसर महमूदाबाद ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि महिला आयोग ने उनके पोस्ट को “गलत तरीके से पढ़ा और समझा है”। उन्होंने कहा, “मैं हैरान हूं कि महिला आयोग ने अपने अधिकार क्षेत्र से बाहर जाकर मेरे पोस्ट को इतना गलत समझा कि उसका मूल भाव ही पलट गया।”
गुरुवार को महिला आयोग की अध्यक्ष रेनू भाटिया ने अशोका यूनिवर्सिटी का दौरा कर मामले की जानकारी ली।
इस बीच, प्रोफेसर की गिरफ्तारी को लेकर अशोका यूनिवर्सिटी ने एक बयान जारी करते हुए कहा, “हमें जानकारी मिली है कि प्रोफेसर अली खान महमूदाबाद को आज पुलिस ने हिरासत में लिया है। हम मामले की पूरी जानकारी जुटा रहे हैं।”
बयान में यह भी कहा गया कि यूनिवर्सिटी जांच में पुलिस और स्थानीय प्रशासन के साथ पूरा सहयोग करेगी।