पंचकूला में एक निजी अस्पताल में हाल में दो मरीजों को होश में रखकर ब्रेन ट्यूमर निकालने का सफल ऑपरेशन किया गया। अलकेमिस्ट हॉस्पिटल के बुधवार को यहां जारी बयान के अनुसार, अवेक क्रेनियोटोमी सर्जरी का बड़ा फायदा यह है कि मरीज सर्जन के कहे अनुसार प्रतक्रिया देते हैं।
न्यूरो सर्जरी कंसल्टेंट डॉ. मनीष बुद्धिराजा और ओजस अस्पताल के कंसल्टेंट डॉ. प्रशांत मसकारा के नेतृत्व वाली टीम ने यह ऑपरेशन किया।
अवेक क्रेनियोटोमी तकनीक में सर्जनों को सिर के नाजुक क्षेत्रों में चोट लगने से बचने में मदद मिलती है क्योंकि मरीज हाथ उठाने, मुंह को घुमाने आदि के निर्देशों का पालन कर सकता है और उन मामलों में भी मदद मिलती है जहां कोर्टिकल मैपिंग या मस्तिष्कीय कार्यों की लगातार मॉनिटरिंग से नतीजों में सुधार की अपेक्षा होती है।
हिमाचल प्रदेश के सोलन के एक 28 वर्षीय छात्र और एक 34 वर्षीय व्यक्ति का ब्रेन ट्यूमर इस तरह की सर्जरी से सफलतापूर्वक हटाया गया। दोनों मरीज सर्जरी के दौरान बातें करते रहे और डॉक्टरों के कहे अनुसार करते रहे।
डॉक्टरों के अनुसार, क्रेनियोटोमी ऐसी शल्य क्रिया है, जिसमें खोपड़ी का एक भाग हटाया जाता है और सर्जरी होने पर फिर से फिक्स किया जाता है। ऐसे अधिकांश ऑपरेशन जनरल एनीस्थिसिया के तहत किए जाते हैं।