नायब तहसीलदार ने सोमवार को आरसी पर रिश्वत मांगने का आरोप लगाने वाले युवक पर सरकारी काम में बाधा डालने व जातिसूचक शब्द कहने के आरोप जड़े हैं। पुलिस को दी शिकायत में नायब तहसीलदार मुलाना दलबीर सिंह दुग्गल ने बताया कि उन्हें रजिस्ट्री क्लर्क सुरेंद्र ने शिकायत सौंपी है। इसमें बताया गया है कि 31 जनवरी को शाम चार बजे गांव मुलाना के रामनाथ व जयवीर तहसील में बैंक का एक लोन का लेटर लेकर आए और उसे पटवारी को मार्क करने को कहा। इस पर क्लर्क ने उन्हें बताया कि यह खेतीबाड़ी का लोन नहीं है। उसने र्मोटगेज रजिस्ट्री करवाने व नायब तहसीलदार साहब से बात करने को कहा। इसके बाद फोन करने वाला व्यक्ति उसे व तहसीलदार को बुरा-भला कहने लगा। उसने फोन काट दिया। कुछ देर बाद तहसील में कुछ शोर-शराबा सुनाई दिया। वह बाहर आया तो देखा कि जयवीर तहसीलदार के बारे में ऊंची-ऊंची आवाज में उल्टा सीधा बोल रहा था। कुछ देर बाद जयवीर, रामनाथ व अन्य व्यक्ति कमरे में आए और मोबाइल पर वीडियो बनाते हुए बदतमीजी करने लगे। पुलिस ने प्राप्त शिकायत के आधार पर आरोपियों के खिलाफ एससी/एसटी एक्ट सहित विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है।
वहीं आरोपी जयवीर सिंह ने बताया कि उस दिन वह घर पर था। उसे रामनाथ ने लोन की म्यूटेशन पर आरसी द्वारा दस हजार की रिश्वत मांगने की बात बताई। वह आरसी सुरेंद्र को फोन कर तहसील कार्यालय पहुंचा, जहां उसने ये शिकायत मौखिक तौर पर नायब तहसीलदार मुलाना को भी की और यह भी बताया कि सुरेंद्र ने उनसे पहले भी रिश्वत लेकर काम किए हैं। रिश्वत मांगने के मामले में उन्होंने डीसी अंबाला को भी शिकायत सौंपी है। उन पर लगे सभी आरोप निराधार हैं।