हरियाणा में दो विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली। इनमें एक टोहाना से जजपा विधायक देवेंद्र सिंह बबली हैं तो दूसरे हिसार से भाजपा विधायक डॉ. कमल गुप्ता हैं। देवेंद्र सिंह बबली को विकास एवं पंचायत विभाग मिल गया है लेकिन डॉ. कमल के विभागों पर देर रात तक फैसला नहीं हो पाया।
शपथ ग्रहण समारोह में मंत्रालय वितरण को लेकर नाराजगी दिखाई दी। गृह मंत्री अनिल विज समारोह से नदारद रहे। अनिल विज के पास स्वास्थ्य के अलावा गृह व शहरी निकाय, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग है। सूत्रों के अनुसार मंत्रिमंडल फेरबदल में इन महकमों में से एक कमल गुप्ता को सौंपने की चर्चा है।
कमल गुप्ता पेशे से डॉक्टर रहे हैं, इसलिए उन्हें स्वास्थ्य दिए जाने की अटकलें जोरों पर हैं, जिससे विज नाखुश बताए जा रहे हैं। मामला पार्टी आलाकमान के पास भी पहुंचा है। मंगलवार को वह शाम पौने चार बजे सीएम निवास से निकले और फिर सचिवालय गए लेकिन राजभवन में शपथ ग्रहण समारोह में नहीं पहुंचे।
कोई नाराजगी नहीं, कोविड के दौरान विज का प्रदर्शन सराहनीय: धनखड़
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ओपी धनखड़ ने कहा कि मंत्रिमंडल विस्तार या महकमों के नए सिरे से बंटवारे को लेकर कोई नाराजगी नहीं है।
गठबंधन सरकार में अब पांच जाट मंत्री
भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार में अब पांच जाट मंत्री हो गए हैं। मंत्रिमंडल विस्तार के पहले से डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला, रणजीत चौटाला, जेपी दलाल व कमलेश ढांडा मंत्री के तौर पर कार्य करते आ रहे हैं। देवेंद्र बबली के मंत्री बनने के बाद अब इनकी संख्या पांच हो गई है। भाजपा को प्रदेश की जनता ने गैर-जाट के तौर पर अधिकतर सीटें जिताई थी, जबकि पूर्व सरकार में मंत्री रहे कैप्टन अभिमन्यु, ओपी धनखड़ और प्रदेशाध्यक्ष सुभाष बराला तक को लुढ़का दिया लेकिन समय का चक्र बदला और गठबंधन सरकार बनी।