- शिक्षा विभाग के एसीएस ने स्वास्थ्य विभाग के एसीएस को लिखा पत्र
- डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मी उपलब्ध कराएं, ताकि बीमार बच्चे को समय पर उपचार मिले
प्रदेश के सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों की सेहत को ध्यान में रखते हुए अब शिक्षा विभाग ने स्वास्थ्य विभाग से स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने की मांग की है, ताकि किसी विद्यार्थी को बीमार होने पर तुरंत संबंधित डॉक्टर या स्वास्थ्य कर्मचारी चेक कर सकें। शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव ने इस बाबत स्वास्थ्य विभाग के एसीएस को पत्र लिखा है।
फिलहाल प्रदेश के 3100 स्कूलों में नौंवी से 12वीं कक्षा तक डाउट्स क्लीयर करने के लिए करीब 35 हजार विद्यार्थी आ रहे हैं। इन कक्षाओं में करीब 6.10 लाख विद्यार्थी हैं। यदि इनकी संख्या बढ़ती है तो स्वास्थ्य के लिहाज से पहले से तैयारी जरूरी है। नियमित रूप से कक्षाएं शुरू करने से पहले शिक्षा विभाग चाहता है कि सेहत को लेकर किसी तरह की कोर कसर बाकी न रहे। कहीं ऐसा न हो, किसी विद्यार्थी के बीमार होने पर उसे उपचार देने में देरी हो जाए। इसलिए पत्र लिखा गया गया है।
शिक्षा विभाग ने यह लिखा पत्र में
पत्र में लिखा कि केंद्र सरकार के स्वास्थ्य विभाग द्वारा 8 सितंबर को जारी निर्देशों व हरियाणा आपदा प्रबंधन विभाग के 15 सितंबर को जारी पत्र की अनुपालना में हरियाणा में 21 सितंबर से नॉन कंटेनमेंट जोन में निवास करने वाले नौंवी से 12वीं कक्षा के विद्यार्थी अपनी इच्छा से अध्यापकों से परामर्श एवं मार्गदर्शन के लिए अपने माता-पिता से लिखित अनुमति लेकर विद्यालयों में आ रहे हैं। 30 सितंबर को केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से जारी पत्र के अनुसार 15 अक्टूबर 2020 के बाद विद्यालय खोले जाने का प्रावधान है।
स्कूलों में यह व्यवस्था होनी चाहिए
शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार ने 5 अक्टूबर को पत्र जारी कर स्कूल खोलने के लिए व्यापक दिशा-निर्देेश जारी किए हैं। इसके तहत विद्यालयों में प्रशिक्षित डॉक्टर व स्वास्थ्य कर्मी उपलब्ध कराने को कहा गया है। एसओपी के क्रमांक के अनुसार विद्यालयों में मेडिकल स्पोर्ट की उपलब्धता हो, स्कूलों में फुल टाइम ट्रेंड हेल्थ केयर एटेंडेंट, नर्स, डॉक्टर या काउंसलर होने चाहिए, जो विद्यार्थियों की फिजिकल व मेंटल हेल्थ का ध्यान रख सके। विद्यार्थियों व टीचर्स का रेगुलर हेल्थ केयर चेकअप होना चाहिए।
फिर सीएस को भेजेंगे प्रस्ताव
शिक्षा विभाग की ओर से भेजे पत्र में एसीएस हेल्थ से मांग की गई कि राज्यों के विद्यालयों में यह सुविधा देने के संबंध में अपनी राय दें, ताकि सीएस को स्कूल खोलने के बारे में जरूरी कार्रवाई एवं अनुमति को प्रस्ताव भेजा जा सके।
छठी से 8वीं कक्षा नवंबर में लगेंगी
फिलहाल नौंवी से 12वीं कक्षा तक की डाउट्स क्लीयर करने के लिए बुलाया जा रहा है। इन कक्षाओं में नियमित पढ़ाई होती है तो अधिकारियों का कहना है कि छठी से 8वीं तक के नवंबर में स्कूल खुलने की संभावना है।
त्योहारी सीजन के चलते नई एसओपी जारी करने के निर्देश
प्रदेश में त्योहारों को देखते हुए लोगों की आवाजाही और बाजारों में भीड़-भाड़ होने की संभावना के चलते मुख्य सचिव विजय वर्धन ने अधिकारियों को जल्द एसओपी जारी करने के निर्देश दिए हैं। पंचकूला डीसी को श्री माता मनसा देवी मंदिर और गुरुग्राम के श्री शीतला माता मंदिर के लिए कल तक एसओपी जारी करने के निर्देश दिए हैं। कुरुक्षेत्र के अमावस्या मेला और यमुनानगर के कपालमोचन मेले संबंधी भी एसओपी जल्द जारी किए जाएं। वहीं, बाजारों में नियमों का पालन कराने के निर्देश दिए।
स्वास्थ्य विभाग से मांगी सुविधा
स्कूलों में स्वास्थ्य सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए शिक्षा विभाग की ओर से स्वास्थ्य विभाग को पत्र लिखा गया है। फिलहाल नौंवी से 12वीं कक्षा तक डाउट्स क्लीयर करने के लिए विद्यार्थी स्कूल आ रहे हैं। छठी से आठवीं कक्षा तक पढ़ाई नवंबर में शुरू हो सकती है। -कंवर पाल, शिक्षा मंत्री, हरियाणा।