नारायणगढ़ में भाजपा की ट्रैक्टर रैली में शामिल 68 साल के किसान भरत सिंह राणा की मौत मामले में हत्या का केस तो कुछ घंटे में ही दर्ज हो गया, लेकिन मौत की मेडिकली वजह जानने के लिए इंतजार करना पड़ेगा। नारायणगढ़ अस्पताल में डॉक्टरों के पैनल ने पोस्टमार्टम के बाद सीधा ओपिनियन देने की बजाय कई अंगों को बिसरा जांच के लिए मधुबन लैब में भेज दिया है। आमतौर पर जहर या संदिग्ध वजह से मौत के मामलों में बिसरा भेजा जाता है। बिसरा रिपोर्ट आने में कई महीने लग सकते हैं। रिपोर्ट कितनी जल्दी आएगी यह केस की गंभीरता और जांच अधिकारी की तत्परता पर काफी निर्भर करता है।
नारायणगढ़ सरकारी अस्पताल के एसएमओ डॉ. संजीव सिद्धू के मुताबिक भरत सिंह की मौत का मामला अति संवेदनशील है। इसलिए अधिकारियों ने किसी भी तरह का ब्यान देने के लिए मना किया गया है। पोस्टमार्टम वीडियोग्राफी के बीच कराया गया है। वहीं, बुधवार को जिस पसरीजा नर्सिंग होम के संचालक डॉ. रमेश पसरीजा से पुलिस ने यह लिखवाया है कि जब मरीज को नर्सिंग होम में लाया गया तो हालत गंभीर थी और सिविल अस्पताल रेफर कर दिया गया था।
7 साल से हार्ट पेशेंट थे राणा, प्राइवेट अस्पताल से उपचार चल रहा था
भरत राणा के परिवार ने बताया कि 2013 के आसपास उन्हें पहली बार दिल का दौरा पड़ा था। तब से उनका उपचार अम्बाला के डॉ. संत अरोड़ा के पास चल रहा था। राणा के भतीजे गांव के सरपंच अनिल राणा का कहना है कि पता चला है कि डॉक्टरों ने गुम चोटों का पता लगाने के लिए बिसरा भेजा है और हार्ट फेल होने का अंदेशा जताया है। परिजनों का कहना है कि हार्ट फेल होने के पीछे भी तो वही लोग जिम्मेदार हैं, जो वहां हंगामा कर रहे थे।
किसानों पर एक और केस, 6 गिरफ्तार
नारायणगढ़ पुलिस ने गांव लोटों के ऋषि पाल की शिकायत पर एक और एफआईआर दर्ज की। जिसमें 10 किसानों को नामजद करते हुए 300 अन्य पर ट्रैक्टर यात्रा का रास्ता रोकने, मारपीट करने, जान से मारने की धमकी देने व नेशनल हाईवे एक्ट की धाराएं लगाई हैं। इस केस में मंजीत, गुरदेव, धनराज, प्रिंस, दीपेंद्र और धर्मवीर को गिरफ्तार कर लिया गया है।
धनखड़ ने कंधा दिया, विपक्ष हमलावर
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ओपी धनखड़, सांसद नायब सैनी गांव बड़ागढ़ में भरत सिंह को कंधा देने पहुंचे। धनखड़ ने कहा कि विरोध करने वालों की धक्का-मुक्की में जान गई। दूसरी तरफ केस दर्ज करने के विरोध में पूर्व मंत्री विनोद शर्मा, पूर्व विधायक जसबीर मलौर, पूर्व मंत्री निर्मल सिंह समेत अन्य एसपी ऑफिस पहुंचे। उन्होंने कहा कि किसानों को झूठे केस में फंसाया है।
चढ़ूनी बोले- हत्या का केस अन्याय
भाकियू प्रदेशाध्यक्ष गुरनाम चढ़ूनी थाने में पहुंचे, कहा कि हत्या का केस दर्ज करना अन्याय है। वहीं, उनके विरोधी भाकियू के (शरद जोशी गुट) के अध्यक्ष गुणी प्रकाश ने कहा कि किसान यूनियन का नाम लेकर साजिशन उपद्रव मचाया गया है। हत्या आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर 19 को एसडीएम कार्यालय का घेराव करेंगे।