हरियाणा में अनलॉक-1 का 11वां दिन है। प्रदेशभर में मरीजों की संख्या बढ़ रही है लेकिन बाजार व व्यापारिक प्रतिष्ठान लगभग खुल गए हैं। लोग सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क लगाने में अभी भी लापरवाही कर रहे है। जगह-जगह पुलिस द्वारा चालान किए जा रहे हैं। गुड़गांव और फरीदाबाद कुल मरीजों के आंकड़ों में आगे चल रहे हैं। फरीदाबाद में अब तक 18 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं फरीदाबाद में अब प्लाज्मा थैरपी से इलाज शुरू कर दिया है। ठीक हो चुके एक शख्स का प्लाज्मा कोरोना संक्रमित मरीज को दिया गया है। ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक करीब 6 और मरीजों को प्लाजा देने की तैयारी है।
स्वास्थ्य विभाग अब फरीदाबाद में रिकवरी कर चुके कोरोना मरीजों की सूची तैयार कर रहा है। उनसे संपर्क किया जा रहा है, जो लोग अब प्लाज्मा देने को तैयार है, उनके प्लाज्मा से संक्रमित मरीजों को ठीक करने का प्रयास किया जाएगा। ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर निखिल वर्मा का कहना है कि भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) की ओर से मेडिकल कॉलेज में प्लाज्मा थेरेपी के माध्यम से उपचार शुरू करने की स्वीकृति मिल गई है। गुरुग्राम के 37 वर्षीय संक्रमित मरीज को 200-200 एमएल का दो डोज दिया जा चुका है। पहला डोज सोमवार को कोरोना संक्रमित मरीज को दिया गया था। दूसरा डोज मंगलवार को दिया गया था। कुछ अन्य मरीजों को भी इसी तरह डोज दी जाएगी।
ये होती है प्लाज्मा थैरपी
कोरोना वायरस से ठीक हो चुके मरीज के खून से प्लाज्मा निकाला जाता है। उस प्लाज्मा को संक्रमित मरीज को चढ़ाया जाता है। इस थैरपी के कोरोना वायरस के केस में अच्छे परिणाम मिल रहे हैं। ऐसा माना जाता है कि जिस ठीक मरीज के शरीर से प्लाज्मा निकाला जाता है। उसके शरीर ने कोरोना के खिलाफ एंटीबॉडी बनाने शुरू कर दिए थे, जब उसके प्लाज्मा को संक्रमित मरीज के शरीर में चढ़ाया जाता है तो उससे उसे भी कोरोना से लड़ने में सहायता मिलती है।