हरियाणा कैडर के आईएएस अधिकारी अपनी अचल संपत्ति का ब्योरा केंद्र और हरियाणा सरकार को देने से कतरा रहे हैं। मुख्य सचिव कार्यालय से सपंत्ति का ब्योरा ऑनलाइन करने केलिए बार-बार पत्र लिखे जाने के बावजूद आईएएस पर कोई असर नहीं हो रहा। 23 जनवरी 2020 को मुख्य सचिव की ओर से एक बार फिर रिमाइंडर भेजा गया है कि सभी आईएएस अपनी अचल संपत्ति सार्वजनिक करें।
स्पैरो विंडो से 2019 की अचल संपत्ति रिटर्न की ऑनलाइन जानकारी केंद्र व हरियाणा सरकार को भेजने की अंतिम तारीख 31 जनवरी 2020 है। 13 दिसंबर 2019 और छह जनवरी 2020 को भी इस संबंध में आईएएस को पत्र लिखा गया था, लेकिन अधिकारियों ने अपनी संपत्ति की जानकारी ऑनलाइन नहीं भेजी। आईएएस अफसरों को हर साल अपनी अचल संपत्ति का ब्योरा देना होता है।
वर्ष 2019 की अचल संपत्ति रिटर्न का ब्योरा आईएएस ने केंद्रीय कार्मिक एवं प्रशिक्षण मंत्रालय व हरियाणा सरकार को अभी तक नहीं भेजा है। आईएएस ऑनलाइन ब्योरा भरने के बजाए रिटर्न की स्कैन कॉपी भी विंडो पर अपलोड कर सकते हैं। इससे उनका समय भी बचेगा। 31 जनवरी तक जानकारी न देने पर स्पैरो विंडो स्वत बंद हो जाएगी। जिसके बाद कोई अचल संपत्ति रिटर्न स्वीकार नहीं करेंगे। रिटर्न की हार्ड कॉपी केंद्रीय मंत्रालय व हरियाणा सरकार को भेजने की जरूरत नहीं है।
संपत्ति की जानकारी न देने पर होगी अनुशासनात्मक कार्रवाई
मुख्य सचिव केशनी आनंद अरोड़ा की ओर से भेजे पत्र में सभी आईएएस को चेताया गया है कि अगर 31 जनवरी तक स्पैरो विंडो के जरिए अपनी संपत्ति की जानकारी दे दें, न देने पर उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करने केलिए यह पर्याप्त कारण होगा। केंद्रीय कार्मिक एवं प्रशिक्षण मंत्रालय के 4 अप्रैल 2011 के निर्देशानुसार यह कार्रवाई की जाएगी।
जब पहले से देते आ रहे तो अब आनाकानी क्यों
हरियाणा कैडर में इस समय 177 आईएएस अधिकारी हैं। इनमें से चार अंडर ट्रेनिंग हैं। वरिष्ठ व कनिष्ठ जब सभी आईएएस हर साल अचल संपत्ति का ब्योरा देते आ रहे हैं तो इस बार आनाकानी क्यों की जा रही है। इससे सरकार भी हैरान है। यह चर्चा का विषय बना हुआ है कि अफसर कहीं अपनी बढ़ी हुई संपत्ति सार्वजनिक करने से तो नहीं हिचकिचा रहे।