मां तो मुकर गई, लेकिन जज के सामने छह साल की बच्ची ने अपने साथ हुई ज्यादती की पोल खोल दी, जिसके बाद आरोपी को कड़ी सजा सुनाई गई। अदालत ने पहली कक्षा की छह वर्षीय मासूम से अप्राकृतिक यौनचार के मामले में दोषी करार दिए गए सतीश को 20 साल की कैद की सजा सुनाई है।
सतीश को पोस्को में 10 और दुष्कर्म की धारा में 20 साल की कैद दी गई। उस पर 20 हजार रुपये जुर्माना भी लगाया गया है। उसे नहीं भरने पर अतिरिक्त सजा काटनी होगी। अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश रजनीश बंसल की कोर्ट ने शनिवार को 12 गवाहों को सुनने के बाद उसे दोषी करार दिया था। सजा पर फैसला सोमवार सुरक्षित रखा गया था।
ये घटना शहर के महिला थाने में अगस्त, 2018 को दर्ज की गई थी। सुनाई के दौरान सबसे महत्वपूर्ण पहलु यह रहा कि किसी के दबाव में आई मां बयानों से पलट गई थी, लेकिन मासूम ने अदालत के सामने अपने साथ हुई ज्यादती बयां कर दी कि अंकल ने उसके साथ ऐसा किया। बच्ची के बयानों को ही सजा का आधार बनाया गया।
घटना के बाद से ही जमानत न मिलने के कारण सतीश जेल में बंद है। दोषी को सोमवार अन्य बंदियों के साथ अदालत लाकर बक्शीखाने में रखा गया गया। दोपहर बाद अभियोजन व बचाव पक्ष ने सजा अवधि पर अपना पक्ष रखा। करीब साढ़े चार बजे सजा सुनाने के बाद उसे वापस केंद्रीय कारागार भेज दिया गया।