बजट के दस्तावेज छपने की प्रक्रिया शुरू होने से पहले वित्त मंत्रालय में सोमवार को पारंपरिक हलवा समारोह हुआ। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर और मंत्रालय के अधिकारी इसमें शामिल हुए। हलवा समारोह इस बात का भी संकेत होता है कि बजट प्रक्रिया से जुड़े अधिकारी अब बजट पेश होने तक मंत्रालय में ही रहेंगे। इस दौरान वे परिवार के लोगों से भी संपर्क नहीं कर पाएंगे। वित्त मंत्री 1 फरवरी को बजट पेश करेंगी।
बजट सत्र 31 जनवरी से शुरू होगा
बजट को अंतिम रूप देने से पहले वित्त मंत्रालय में बड़ी कड़ाही में हलवा बनाया जाता है। सभी को हलवा खिलाकर बधाई दी जाती है। यह रस्म लंबे समय से चली आ रही है। शुभ काम की शुरुआत मीठे से करना इस समारोह की प्रमुख वजह है। बजट सत्र दो चरणों में चलेगा। पहला चरण 31 जनवरी से 11 फरवरी तक और दूसरा 2 मार्च से 3 अप्रैल तक होगा। बजट सत्र के दो चरणों में आमतौर पर एक महीने का अंतराल होता है ताकि संसदीय समितियां विभिन्न मंत्रालयों के लिए बजट में आवंटित राशि पर विचार-विमर्श कर सकें। आर्थिक सर्वे भी 31 जनवरी को पेश किया जाएगा।