टीम इंडिया का होम सीजन कारवां श्रीलंका के बाद भी जारी रहेगा। श्रीलंका से टी-20 सीरीज 2-0 से जीतने के बाद विराट कोहली एंड कंपनी को अब वनडे सीरीज में अरोन फिंच की टीम का मुकाबला करना है। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 3 मैचों की वनडे सीरीज का आगाज 14 जनवरी से हो रहा है। सीरीज का पहला मैच मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेला जाएगा। हालांकि, अगला विश्व कप अभी तीन साल दूर है इसलिए इस सीरीज में बहुत कुछ दांव पर नहीं होगा। लेकिन पिछली वनडे सीरीज में ऑस्ट्रेलिया ने भारत को मात दी थी, इस बार देखना होगा कि क्या भारत उस हार का बदला ले पाता है।
भारत को उस हार की टीस तो होगी और इसी कारण वह इस बार हिसाब बराबर करना चाहेगी। घर में भारत यह करने में सक्षम है, इसमें कोई शक नहीं है, लेकिन विराट कोहली की कप्तानी वाली भारतीय टीम को इस बार पहले से मजबूत ऑस्ट्रेलियाई टीम का सामना करना है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे में भारत की संभावित प्लेइंग 11 क्या हो सकती है, इस पर एक नजर डालते हैः
रोहित शर्माः श्रीलंका के खिलाफ टी-20 सीरीज में विश्राम के बाद ‘हिटमैन’ एक बार फिर अपने रंग में आना चाहेंगे। 2019 उनके लिए शानदार रहा। टी-20, वनडे और यहां तक कि टेस्ट में उन्होंने बेहतरीन बल्लेबाजी की। पिछले साल वनडे में उन्होंने 49.33 की औसत से 444 रन बनाए।
शिखर धवनः टी-20 में धवन की योग्यता को लेकर बहुत से सवाल उठ रहे हैं। लेकिन जहां तक वनडे का सवाल है तो शिखर का कोई विरोध नहीं किया जा सकता। वेस्ट इंडीज के खिलाफ केएल राहुल ने तीन मैचों में 61.67 की औसत से 185 रन बनाए। इसके बावजूद शिखर के दावे कहीं ज्यादा मजबूत हैं।
विराट कोहलीः कोहली खासतौर पर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज हारना पसंद नहीं करेंगे। पिछली सीरीज में लगातार दो शुरुआती मैच जीतने के बावजूद भारत सीरीज 2-3 से हार गया था। कोहली को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बल्लेबाजी रास आती है। वह 9 मैचों में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 49.33 की औसत से 444 रन बना चुके हैं।
श्रेयस अय्यरः विश्व कप 2019 में भारत के लिए न्यूजीलैंड से सेमीफाइनल में हार का एक सकारात्मक परिणाम यह हुआ कि श्रेयस अय्यर नंबर 4 के लिए तैयार हो गए। अय्यर ने जब भी भारत के शुरुआती विकेट जल्दी गिरे एक ठोस पारी खेल कर अपनी नियमितता दिखाई है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अय्यर की तकनीक की असली परीक्षा होगी।
ऋषभ पंतः वेस्टइंडीज के खिलाफ वनडे सीरीज में पंत काफी दबाव में थे। न वह रन बना पा रहे थे और न ही उनके शॉट्स का चयन ठीक थी। उनकी विकेटकीपिंग को लेकर भी काफी सवाल उठे। हालांकि उन्होंने एक दो पारियां अच्छी भी खेलीं। पंत के लिए यह दौरा खास चुनौतीपूर्ण होगा।
केदार जाधवः केदार के लिए वेस्ट इंडीज के सीरीज बहुत अच्छी नहीं रही। उनकी एक अच्छी बात यह है कि वह जरूरत पड़ने पर चार पांच ओवर भी फेंक सकते हैं। उधर सूर्यकुमार यादव घरेलू क्रिकेट में मुंबई के लिए काफी रन बना रहे हैं। फिर भी टीम प्रबंधन केदार को ही मौका देना चाहेगा।
रविंद्र जडेजाः 2017 की चैंपियंस ट्रॉफी के बाद जडेजा टीम से बाहर हो गये थे। लेकिन इसके बाद उन्होंने शानदार वापसी की। वह गेंद और बल्ले दोनों से बढ़िया प्रदर्शन कर रहे हैं। फ्लैट ट्रेक पर वह बहुत अच्छी गेंदबाजी कर रहे हैं। हार्दिक पांड्या की गौर मौजूदगी भी उनके चयन का आधार बनेगी।
शार्दुल ठाकुरः मोहम्मद शमी की टीम में वापसी के बाद टीम इंडिया के लिए दुविधा होगी कि वह नवदीप सैनी, और शार्दुल ठाकुर में से किसे चुनें। बुमराह और शमी के बाद टीम को तीसरे पेसर की जरूरत होगी। शार्दुल और सैनी दोनों ने ही श्रीलंका के खिलाफ टी-20 में शानदार गेंदबाजी की है। फिर भी इस बात की पूरी संभावना है कि कोहली शार्दुल को ही चयन करेंगे।
कुलदीप यादवः टीम प्रबंधन को कुलदीप यादव और यजुवेंद्र सिंह में से एक को चुनना होगा। अगर पिच टर्नर है तभी ये दोनों एक साथ खेल पाएंगे। चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप का पिछला साल बहुत अच्छा नहीं रहा। लेकिन वेस्ट इंडीज के खिलाफ उन्होंने हैट ट्रिक ली थी। संभावना इसी बात की है कि कुलदीप प्लेइंग इलेवन में रहेंगे।
मोहम्मद शमीः रोहित शर्मा की तरह ही मोहम्मद शमी का भी पिछला साल शानदार रहा है। उन्हें भी श्रीलंका के खिलाफ रेस्ट दिया गया था। शमी उन दो भारतीय गेंदबाजों में हैं जिन्होंने पिछले साल हैट ट्रिक ली। उन्होंने 21 मैचों में 22.64 की औसत और 25.3 की स्ट्राइक रेट से 42 विकेट लिए थे।
जसप्रीत बुमराहः न्यूजीलैंड के खिलाफ वर्ल्ड कप में हार के बाद बुमराह अपना पहला मैच खेलेंगे। वेस्ट इंडीज के खिलाफ उन्हें रेस्ट दिया गया था। नंबर 1 रैंकिंग के गेंदबाज बुमराह हालिया टी-20 सीरीज में श्रीलंका के खिलाफ खेले थे। लेकिन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वह अपने पहले रंग में खेलना चाहेंगे।