सेक्टर-69/ 78 के चौराहे पर रविवार देर रात हिमाचल रोडवेज की डीलक्स बस ने दूसरी तरफ से आ रही बलेनो कार को अपनी चपेट में ले लिया। कार बस के चालक सीट के साइड में टकराई और घूमकर सड़क के बीच में डिवाइडर के साथ लग गई। टक्कर इतनी तेज थी कि गाड़ी कई जगह से टूट गई। ड्राइवर सीट के साथ आगे का हिस्से से छत तक उखड़ गई।
हादसे में कार ड्राइवर अंशुल सिंगला (28) के साथ वाली सीट पर बैठे सेक्टर-63 के निवासी 27 साल के भगवंत सिंगला पुत्र अशोक सिंगला की मौत हो गई। उसका माथा व सिर का पीछे का हिस्सा फट गया था, इससे काफी खून बह गया। साथ ही राइट बाजू की फ्रेक्चर थी। कार की पिछली सीट पर बैठे 20 साल के पैरी व आर्यन शर्मा को मामूली चोटें आई। हादसे के बाद बस में सवार लोगों और राहगीरों ने कार से चारों को निकाला।
चालक के साथ वाली सीट पर बैठे भगवंत सिंगला को निकालने के लिए गाड़ी की खिड़की तोड़नी पड़ी। घायलों को सोहाना अस्पताल पहुंचाया गया, जहां डॉक्टरों ने भगवंत को मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने बस के ड्राइवर राजीव कुमार के खिलाफ आईपीसी की धारा 279,304ए,337 और 427 के तहत केस दर्ज कर लिया है।
आईओ अमरीक सिंह ने बताया कि पुलिस को रात करीब साढ़े 12 बजे सूचना मिली कि हिमाचल रोडवेज बस और कार में जबरदस्त भिंड़ंत हो गई। पुलिस मौके पर पहुंची तो बस चालक गायब था। जांच में सामने आया कि चारों रात को खाना खाने निकलेे थे।
पोस्टमाॅर्टम करने वाले डाॅक्टरों ने बताया कि भगवंत की मौत हेड इंजरी से हुई। भगवंत दोस्त अंशुल सिंगला के साथ सेक्टर-63 स्थित चंडीगढ़ हाउसिंग बोर्ड के फ्लैट्स में किराए पर रहता था। वह आईटी कंपनी में काम करता था। हादसे के बाद जब राहगीरों ने कार में अगली दोनों सीटों पर फंसे युवकों को बाहर निकालने का प्रयास किया तो पाया कि बलेनो चालक अंशुल सिंगला ने सीट बेल्ट लगाई थी। गाड़ी का बैलून खुला हुआ था। जबकि उसके साथ ही सीट पर बैठे भगवंत ने बेल्ट नहीं पहनी थी। इस कारण उसका सिर कार के शीशे से टकराया था। उसके सिर का आधा हिस्सा बाहर निकला था।
भगवंत सिंह भी मूलरूप से तपामंडी गली नंबर-3 का रहने वाला था। कैबिनेट मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू भी तपामंडी से संबंध रखते हैं। जब उन्हें हादसे के बारे में पता चला तो उन्होंने जहां पुलिस को तुरंत कार्रवाई करने के लिए कहा। जल्द पोस्टमाॅर्टम करवा शव परिजनों को सौंपने को कहा।