रोपड़ जिले के आनंदपुर साहिब में सोमवार शाम को एक दंपति के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज हुआ है। आरोप है कि डायमंड और सोने के गहने देने की स्कीम चला कई लोगों को शिकार बनाया। इन सब से 41.16 लाख ऐंठ लिए और जब स्कीम के गहनों का कोई अता-पता नहीं चला तो लोगों ने पैसे वापस मांगने शुरू कर दिए। इस पर भी आरोपी दंपति ने आत्महत्या कर लोगों को फंसा देने की धमकी देनी शुरू कर दी। फिलहाल पुलिस ने दंपति और इनका साथ देने वाले दो और लोगाें के खिलाफ जालसाजी का केस दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है।
आरोपियों की पहचान सारिका गोचर पत्नी नवीन गोचर निवासी सेक्टर 33-ए चंडीगढ़, रोहित कवातरा निवासी सेक्टर 50 और मैनेजर जगप्रीत सिंह के रूप में हुई है। इनके खिलाफ रशपाल सिंह गांव गंगुवाल ने पुलिस को शिकायत दर्ज करवाई थी कि सारिका गोचर व रोहित कवातरा अपने दो एजेंट जगप्रीत सिंह एवं उसकी पत्नी शेरी के माध्यम से गोल्ड एवं डायमंड की ज्वैलरी को प्रोमोट करने के लिए तीन अलग-अलग स्कीमें चलाकर लोगों को इस में फंसाया और लाखों रुपए की ठगी की थी। पीड़ितों ने बताया कि पैसे मांगने पर आरोपी बोलते थे जान देकर तुम्हे फंसा दूंगा।
ये थी तीन अलग-अलग तरह की स्कीमें
पहली स्कीम: पीड़ित रशपाल सिंह के अनुसार पहली स्कीम आरोपियों ने फरवरी 2014 में आशिया फॉरएवर केयर एक्सप्रेशन की कंपनी बनाई। इसमें शामिल होने वाले लोगों द्वारा 12 महीनों तक 1100 रुपए की किस्त जमा करवाई जानी थी और 12 महीने के बाद कंपनी द्वारा उन्हें 13 हजार 200 की डायमंड की ज्वैलरी दी जानी थी, लेकिन इस स्कीम पूरी हो जाने के बाद आरोपियों ने केवल 5 मेंबरों को ही यह ज्वैलरी दी। आरोपियों ने 6 लाख 99 हजार 600 की ठगी मारी।
दूसरी स्कीम: आरोपियों ने फरवरी 2015 में एरिका गोल्ड एंड डायमंड नाम की नई स्कीम शुरू की। इसमें प्रत्येक मेंबर से 2 हजार महीना 18 माह तक लिए जाने थे और स्कीम पूरी होने पर 36 हजार के शुद्ध सोने के गहने सभी मेंबरों को दिए जाने थे। कई लोग हर महीने इनके पास किस्तें जमा करवाते थे। इसमें 23.61 लाख इक्कठा करके फरार हो गए। कुछ लोगों द्वारा इन्हें ढूंढ लिए जाने पर इन लोगों ने 1,44,000 रुपए कुछ मेंबरों को लौटाए और 22 लाख 17 हजार लेकर फरार हो गए।
तीसरी स्कीम: आरोपियों ने तीसरी स्कीम चलाकर 24 सदस्य बनाए । इसमें प्रत्येक मेंबर 50 हजार रुपए कंपनी के पास 4 साल के लिए जमा करवाए गए।और इसके साथ ही कुछ सदस्यों को स्टेट बैंक ऑफ पटियाला के 4 साल बाद की डेट डालकर एक-एक लाख रुपए के एडवांस चेक भी दिए गए। इसके साथ ही सभी सदस्यों को झांसा भी दिया कि हर महीने 1 लाख रुपए का एक ड्रा भी निकाला जाएगा। एक सदस्य बलबीर सिंह का एक लाख का ड्रा भी निकाला गया। इस स्कीम के तहत उक्त आरोपियों द्वारा फ्रॉड कंपनी बनाकर भोले भाले लोगों से 12 लाख रुपए हड़प लिए गए।
आरोपी बोला था-प्लाट बेचकर पैसे लौटा दूंगा
एक तरफ तो आरोपियों द्वारा तीन अलग-अलग कंपनियां बनाकर लोगों से 41 लाख 16 हजार 600 की ठगी की गई। अब इनके द्वारा पीड़ितों को धमकियां दी जा रही है कि वह हमसे पैसे ना मांगें। इसके बाद कुछ सदस्य सारिका गोचर के घर पहुंचे जहां पर उसने लोगों को उनके पैसे लौटाने का भरोसा दिलाया और उसके पति नवीन गोचर ने कहा कि उसका एक प्लॉट गांव डड्डूमाजरा में है जो उसने बेचने के लिए लगाया हुआ है। इस प्लॉट के बिकते ही वह सभी के पैसे लौटा देगा, लेकिन लगभग 3 महीने का समय बीत जाने के बाद भी इन आरोपियों द्वारा किसी को कोई पैसा नहीं लौटाया गया। इसके बाद जब कुछ लोग उनसे फिर से मिलने के लिए गए आरोपी उन्हें खुदकुशी करने की धमकी देने लगेऔर इलजाम आपके नाम लगा देने के लिए कहने लगे।
पुलिस का दावा-जल्द होंगे आरोपी गिरफ्तार
अब पीड़ितों ने पुलिस को शिकायत दी तो पुलिस ने केस दर्ज कर पड़ताल शुरू कर दी है। इस बारे में आनंदपुर साहिब के एसएचओ भारत भूषण ने बताया कि गांव गंगुवाल के रहने वाले रशपाल सिंह की शिकायत पर पुलिस ने चंडीगढ़ के रहने वाले नवीन गोचर, उसकी पत्नी सारिका के अलावा दो एजेंट जगप्रीत सिंह एवं उसकी पत्नी शेरी के खिलाफ केस दर्ज कर इनकी तलाश शुरू कर दी है। जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।