चंडीगढ़ . सूबे में आरटीए, निगम, रेवेन्यू, इंप्रूवमेंट ट्रस्ट, मेडिकल, पॉवर कॉम में क्लर्कों की ओर से अपने अधीन तैनात किए गए 5000 फर्जी कर्मचारियों के मामले में प्रदेश सरकार ने संज्ञान लिया है। प्रदेश के लोकल बॉडी मिनिस्टर ब्रह्म मोहिंद्रा ने डायरेक्टर लोकल बॉडी को जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा है जो भी सरकारी कर्मचारी इसमें संलिप्त पाया जाएगा उसके खिलाफ भी कार्रवाई की जााएगी। मोहिंद्रा ने कहा एेसी लापरवाही बर्दाश्त नही की जाएगी। वहीं, ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर रजिया सुल्ताना ने सेक्रेटरी ट्रांसपोर्ट को आदेश दिए हैं, वे पता लगाएं कि रजिस्ट्रेशन ऑफिस और लाइसेंसिंग अथॉरिटी में कहां-कहां ऐसे फर्जी कर्मचारी काम कर रहे हैं।
उधर, पटियाला आरटीए में लर्निंग लाइसेंस बनाने वाले बाबू बाबा रत्न सिंह को हटाकर नए क्लर्क की तैनाती की गई है। आरटीए अरविंद कुमार ने बताया कि उन्हें हटाकर राकेश शर्मा को जिम्मेदारी दी गई है। वहीं, बठिंडा के डीसी बी. श्रीनिवासन ने तहसीलदार को जांच कर तीन दिन में ऐसे फर्जी कर्मचारियों पर कार्रवाई के आदेश दिए हैं। दैनिक भास्कर में इन 5000 फर्जी मुलाजिमों की खबर प्रकाशित होने के बाद सभी आरटीए, नगर निगम और रेवेन्यू डिपार्टमेंट में सतर्कता रही। जालंधर, लुधियाना, अमृतसर और बठिंडा जैसे बड़े शहरों में ऐसे कर्मचारी सोमवार को नदारद रहे। जालंधर में वह विंडो ही बंद रहीं, जहां फर्जी कर्मचारी काम करते थे।