कुरुक्षेत्र। 26 दिसंबर 2019 को सुबह 8.04 बजे सूर्य ग्रहण शुरू हो होगा है। ये ग्रहण भारत में अधिकतम स्थानों पर खंडग्रास सूर्यग्रहण के रूप में दिखाई देगा। दक्षिण भारत की कुछ जगहों पर कंकणाकृति सूर्य ग्रहण दिखाई देगा। हालांकि हरियाणा में बादलों व कोहरे की वजह से सूर्य ग्रहण नजर नहीं आ रहा है। वहीं कुरुक्षेत्र में बड़ी संख्या में श्रद्धालु सन्निहित सरोवर और ब्रह्मसरोवर में स्नान करने पहुंचे हुए हैं। इस दिन इन सरोवर में स्नान करने का फल अश्वमेव यज्ञ के बराबर मिलता है। कहा जाता है कि ग्रहण के दौरान यहां सभी देवी-देवता मौजूद रहते हैं।
10.56 बजे खत्म होगा ग्रहण
सूर्य ग्रहण भारत के अलावा एशिया के कुछ देश, अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया में भी दिखाई दे रहा है। भारत में ग्रहण काल 2.52 घंटे का है। सुबह 8.04 बजे से ग्रहण शुरू हुआ, 9.30 बजे मध्य काल और सुबह 10.56 बजे ग्रहण खत्म होगा। जब सूर्य ग्रहण होगा, तब धनु राशि में एक साथ 6 ग्रह स्थित रहेंगे। इस दिन पौष मास की अमावस्या तिथि रहेगी। ग्रहण के बाद पवित्र नदी में स्नान करने की परंपरा है। ये ग्रहण मुंबई, बेंगलुरु, दिल्ली, चेन्नई, मैसूर, कन्याकुमारी सहित भारत के कई अन्य शहरों में भी दिखाई देगा। इसके बाद अगला सूर्य ग्रहण 21, जून 2020 को होगा, ये भारत में दिखाई देगा। 26 दिसंबर के सूर्य ग्रहण के बाद एक राशि में 6 ग्रहों के साथ सूर्य ग्रहण का योग 559 साल बाद सन 2578 में बनेगा।
दुर्लभ योग बन रहे हैं
काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के डॉ. गणेश प्रसाद मिश्रा बताते हैं कि ऐसा दुर्लभ सूर्यग्रहण 296 साल पहले 7 जनवरी 1723 को हुआ था। उसके बाद ग्रह-नक्षत्रों की वैसी ही स्थिति 26 दिसंबर को रहेगी। इस दिन मूल नक्षत्र और वृद्धि योग में सूर्य ग्रहण पड़ रहा है। 296 साल बाद दुर्लभ योग बन रहे हैं। इस दिन मूल नक्षत्र में 4 ग्रह रहेंगे। वहीं, धनु राशि में सूर्य, चंद्रमा, बुध, बृहस्पति, शनि और केतु रहेंगे। इन 6 ग्रहों पर राहु की पूर्ण दृष्टि भी रहेगी। इनमें 2 ग्रह यानी बुध और गुरु अस्त रहेंगे। इन ग्रहों के एक राशि पहले (वृश्चिक में) मंगल और एक राशि आगे (मकर में) शुक्र स्थित है।