पानीपत,। निजामपुर पुलिया पर शुक्रवार को पुलिस मुठभेड़ में घायल बदमाश पंकज प्रसन्न उर्फ लंबू गैंग का शॉर्प शूटर है। वह अपराध जगत में अपनी अलग पहचान बना चुका है। शहर में कई अवैध खुर्दों में उसका हिस्सा है। उसकी दहशत का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि 12 से अधिक पूंजीपति लोग उसे मंथली दे रहे हैं। हालांकि पुलिस उसके लंबू गैंग से संबंध होने से इंकार कर रही है। पुलिस के अनुसार पंकज नरवाना के किसी गैंग का मुख्य सदस्य है।
घायल पंकज खानपुर मेडिकल कॉलेज खानपुर में भर्ती है। फायरिंग के दौरान फरार हुए उसके दो साथियों की तलाश में सीआइए की विभिन्न टीमें लगातार दबिश दे रही हैं। सिटी थाना पुलिस ने शनिवार को आरोपित पंकज और उसके साथियों के खिलाफ पुलिस पार्टी पर फायरिंग करने के मामले में आइपीसी और आम्र्स एक्ट की विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कर लिया।
खुर्दे के हिस्से को लेकर चल रहा है विवाद
देसराज कॉलोनी में चल रहे अवैध खुर्दे को लेकर पंकज का कई लोगों से विवाद चल रहा है। शुक्रवार शाम को पंकज साथी विकास उर्फ विक्की, उसके भाई अंकुर, राजेश सिवाह के साथ राजनगर स्थित मंजीत के कार्यालय में घुस गया था। वहां उसने इंद्रजीत उर्फ सोहना, आशू और बारू उर्फ प्रवीन का पता पूछा। बाद में वह उन्हें जान से मारने की धमकी देकर चला गया था।
जुए के अड्डे पर कब्जे के लिए चलाई थी गोली
साथियों संग गिरोह बना चुका पंकज सभी काले धंधों से कमाई करना चाहता था। उसने 8 दिसंबर को नौ गजा पीर के पास जुए के अड्डे पर मौजूद जुआरियों में दहशत बनाने के लिए वहां कई फायर किए थे। क्रिकेट खेल रहा युवक राशिद वहां खड़ा रहा तो पंकज ने उसकी टांग में गोली मार दी। इसके बाद वह एक्टिवा से फरार हो गया।
खौफ बढ़ाना था थाने के पास वारदात करने का मकसद
आरोपित पंकज का सिटी और किला थाना क्षेत्र में दबदबा था। कोई उसके सामने ऊंची आवाज में बात करने तक की हिम्मत नहीं रखता था। पानीपत सिटी थाने के साथ लगते इंडियन ट्रैवल्स के मालिक सुनील को गोली मारकर आरोपित दोनों थाना क्षेत्रों में अपना खौफ बनाना चाहता था। गोलीकांड के बाद वह अपने गुर्गों से लगातार मार्केट में इस बात को फैला रहा था।