नागरिकता संशोधन अधिनियम का विरोध रविवार को राजधानी की जामिया यूनिवर्सिटी में हिंसक हो गया। पुलिस ने इन्हें हटाने का प्रयास किया तो प्रदर्शनकारियों ने पथराव कर दिया और भीड़ ने करीब आधा दर्जन बसों में आग लगा दी।
आठ से अधिक बसों में तोड़फोड़ के अलावा कई कारों व दुपहिया वाहनों को भी आग के हवाले कर दिया। आग पर काबू पाने पहुंची दमकल की एक गाड़ी को भीड़ ने तोड़ डाला।
हमले में एक दमकलकर्मी के अलावा छह पुलिसकर्मी और 42 प्रदर्शनकारियों के घायल होने की खबर है। इनमें दो गंभीर हैं। कुछ प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया गया है।
हिंसक विरोध के चलते उत्तर प्रदेश के छह जिलों में धारा 144 लागू कर दी गई है। जबकि अलीगढ़ और सहारनपुर में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई है। इसके अलावा अलीगढ़, बनारस और यूपी की राजधानी लखनऊ में भी छात्रों ने प्रदर्शन किया।
दिल्ली के जामिया मिल्लिया विश्वविद्यालय में प्रदर्शन के दौरान छात्र की मौत की अफवाह पर रविवार रात नौ बजे नदवा कॉलेज के छात्र भी सड़क पर आए गए। छात्रों ने कॉलेज के गेट पर इकट्ठे होकर नारेबाजी की।
वहीं, अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) में नागरिकता संशोधन बिल के विरोध में रविवार शाम को छात्रों ने एडमिशन ब्लॉक के बाहर निकलकर पुलिस पर पथराव करते हुए विरोध प्रदर्शन किया।
एएमयू में पथराव फायरिंग के वीडियो सोशल मीडिया में वायरल होता देख जिला प्रशासन ने 15 दिसंबर की रात साढ़े दस बजे से 16 दिसंबर की रात दस बजे तक इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी हैं। इस दौरान लीज लाइन और लूप लाइन की इंटरनेट की सेवाएं भी नहीं चलेंगी। इसके अलावा नागरिकता संशोधन विधेयक को लेकर चल रहे विरोध प्रदर्शन को देखते हुए सहारनपुर में रविवार रात 12 बजे से इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गईं।
वहीं, पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 6 जिलों में एहतियातन धारा 144 लागू कर दी गई है। इनमें मेरठ, बुलंदशहर, कासगंज, बागपत, सहारनपुर और बरेली शामिल हैं।