नागरिकता (संशोधन) कानून का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों की जामिया मिल्लिया इस्लामिया के समीप न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी में पुलिस के साथ झड़प हो गई, जिसमें प्रदर्शनकारियों ने डीटीसी की चार बसों और दो पुलिस वाहनों में आग लगा दी। झड़प में छात्रों, पुलिसकर्मियों और दमकलकर्मी समेत करीब 60 लोग घायल हो गए। पुलिस ने हिंसक भीड़ को खदेडने के लिए लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले छोड़े लेकिन उन पर गोलियां चलाने की बात से इनकार किया है। हालांकि, सोशल मीडिया पर पुलिस की कथित गोलीबारी, विश्वविद्यालय के बाथरूम में घायल छात्रों की वीडियो के साथ उनके खून निकलने की फुटेज चल रही है। लेकिन दिल्ली पुलिस ने झड़पों के दौरान किसी के हताहत होने की खबरों से इनकार किया है। सड़कों पर आगजनी के बाद पुलिस जामिया विश्वविद्यालय के परिसर में घुस गई जहां हिंसा में कथित तौर पर शामिल होने को लेकर कई लोगों को हिरासत में ले लिया। बाद में करीब 6 घंटे तक थाने में रखने के बाद दिल्ली पुलिस ने करीब 50 की संख्या में सभी छात्रों को छोड़ दिया।
राष्ट्रीय राजधानी में नागरिकता (संशोधन) कानून के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान जामिया मिल्लिया इस्लामिया के समीप न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी में प्रदर्शनकारियों ने डीटीसी की चार बसों और पुलिस के दो वाहनों को फूंक दिया। इसमें छह पुलिसकर्मी और दो दमकलकर्मी सहित करीब 60 लोग घायल हो गये। दिल्ली में साउथ ईस्ट जिले में ओखला, जामिया, न्यू फ्रैंड्स कालोनी, मदनपुर खादर क्षेत्र के सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूल कल बंद रहेंगे। वर्तमान हालात को देखते हुए दिल्ली सरकार ने स्कूल बंद रखने का निर्णय लिया है।
जामिया मिल्लिया इस्लामिया में पुलिस की कार्रवाई के खिलाफ ”आपात प्रदर्शन के तौर पर रविवार देर रात को सैकड़ों छात्र आईटीओ पर स्थित दिल्ली पुलिस के पुराने मुख्यालय पर पहुंच गए। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस के खिलाफ नारे लगाए और विश्वविद्यालय में घुसने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। जेएनयू छात्र संघ के इस प्रदर्शन में जामिया, अंबेडकर विश्वविद्यालय के और अन्य छात्र भी शामिल हो गए। प्रदर्शनकारियों ने मुख्यालय जाने वाली सभी सड़कों को अवरुद्ध कर दिया।
हिंसा और दिल्ली मेट्रो के कई स्टेशन बंद होने के कारण लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन ने न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी के समीप हिंसक प्रदर्शन के मद्देनजर कई घंटों तक 13 स्टेशनों के प्रवेश एवं निकास द्वार बंद कर दिए। हिंसा के तुरंत बाद जामिया मिल्लिया इस्लामिया के चीफ प्रॉक्टर वसीम अहमद खान ने रविवार को दावा किया कि दिल्ली पुलिस के कर्मी बगैर इजाजत के जबरन विश्वविद्यालय में घुस गये और कर्मचारियों तथा छात्रों को पीटा तथा उन्हें परिसर छोड़ने के लिए मजबूर किया। विश्वविद्यालय की कुलपति नजमा अख्तर ने पुलिस कार्रवाई की निंदा करते हुए कहा कि पुस्तकालय के भीतर मौजूद छात्रों को निकाला गया और वे सुरक्षित हैं।
इस बीच पुलिस उपायुक्त (दक्षिणपूर्व) चिन्मॉय बिस्वाल ने कहा कि जामिया की ओर से आ रहे लोग न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी के समीप एकत्रित हुए और सड़क को अवरुद्ध कर दिया। करीब 1,500 प्रदर्शनकारियों ने इलाके को खाली करने की पुलिस की अपील नहीं मानी। पुलिस ने उन्हें खदेड़ने की कोशिश की जिसके बाद कुछ ने दोपहर करीब साढ़े तीन बजे आगजनी की। उन्होंने बताया कि प्रदर्शन के दौरान चार बसों और दो पुलिस वाहनों को जला दिया गया। उन्होंने कहा कि इसमें छह पुलिसकर्मी और दमकलकर्मी घायल हुए है। उन्होंने गोलियां चलाए जाने के बारे में किए जा रहे दावों को खारिज कर दिया। बिस्वाल ने बताया कि कुछ प्रदर्शनकारी आगजनी के लिए तैयार होकर आए थे और पुलिसकर्मियों पर विश्वविद्यालय परिसर के भीतर से पथराव किया गया।
दक्षिण दिल्ली में हिंसा होने के मद्देनजर डीएमआरीस ने जीटीबी नगर, शिवाजी स्टेडियम, पटेल चौक और विश्वविद्यालय समेत कई मेट्रो स्टेशनों के गेट रविवार शाम को कई घंटों के लिए बंद कर दिए। सूत्रों ने बताया कि जामिया मिलिया इस्लामिया के समीप नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान प्रदर्शनकारियों एवं पुलिस के बीच झड़प में करीब 35 घायल विद्यार्थियों को समीप के अस्पताल ले जाया गया।