नई दिल्ली. केंद्रीय बजट (2020-21) एक फरवरी को पेश किया जा सकता है। इस हिसाब से आर्थिक सर्वे 31 जनवरी को आएगा। वित्त मंत्रालय के सूत्रों के हवाले से मीडिया रिपोर्ट्स में ऐसा कहा जा रहा है। एक फरवरी को शनिवार है। 2015-16 के बाद पहली बार ऐसा होगा कि बजट शनिवार को पेश किया जाएगा।
‘30% टैक्स सिर्फ 20 लाख रुपए से ज्यादा आय पर लागू हो’
- उद्योग संगठन फिक्की ने सरकार से आयकर की दरें घटाने की मांग की है। उसका कहना है कि सरकार को इनकम टैक्स स्लैब में संशोधन करना चाहिए। 30% टैक्स सिर्फ 20 लाख रुपए से ज्यादा आय वालों पर लागू होना चाहिए। फिक्की ने शुक्रवार को प्री-बजट मेमोरेंडम वित्त मंत्रालय को सौंपा।
- फिक्की का कहना है कि एक्सपोर्ट और रोजगार बढ़ाने, कारोबारी लागत कम करने के उपाय भी होने चाहिए। सरकार को रिफॉर्म एजेंडा जारी रखना चाहिए। आर्थिक विकास दर बढ़ाने की बहुत जरूरत है।
- मोदी सरकार ने फरवरी की शुरुआत में ही बजट पेश करने की परंपरा शुरू की थी। 2016 में रेल बजट को भी आम बजट में ही मर्ज कर दिया गया। मोदी सरकार से पहले बजट फरवरी के आखिर में पेश किया जाता था। इसे जल्द पेश करने के पीछे सरकार का तर्क है कि मंत्रालयों को नया वित्त वर्ष शुरू होते फंड मिल जाए, इससे उन्हें खर्च करने के लिए अधिक समय मिलता है। कंपनियों को भी कारोबारी और टैक्स से जुड़ी योजनाएं बनाने के लिए ज्यादा वक्त मिल जाता है।