बिलासपुर. छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में रिश्तों को शर्मसार करने वाले दो अलग-अलग मामले सामने आए हैं। एक मामले में जहां रिश्ते में लगने वाले भाई ने किशोरी से दुष्कर्म किया, वहीं दूसरे मामले में 15 वर्षीया किशोरी से भाई का दोस्त अनाचार करता रहा। मामलों का खुलासा तब हुआ जब दोनों किशोरियां अस्पताल पहुंची और वहां उन्होंने बच्चों को जन्म दिया। इनमें एक किशोरी ने मृत बच्चे को जन्म दिया तो दूसरी ने सिम्स में बेटे को जन्म दिया है। अब बेटे को जन्म देने वाली किशोरी कह रही है कि वह खुद इसे पालेगी। दोनों मामले कोटा थाना क्षेत्र के हैं।
अस्पताल में मृत बच्चा जन्मा तब दर्ज हुआ दुष्कर्म का केस
- कोटा क्षेत्र के एक गांव में रहने वाली 17 वर्षीय किशोरी 9वीं की छात्रा है। किशोरी के माता-पिता करीब 10 माह पहले काम करने बाहर गए हुए थे। घर में कोई नहीं था। इसी दौरान रिश्ते में भाई लगने वाला पड़ावपारा कोरबा निवासी अंकित साकेत घर में जबरन घुस गया। आरोप है कि अंकित ने किशोरी से दुष्कर्म किया और किसी को बताने पर जान से मारने की धमकी दी। कुछ दिन बाद किशोरी के माता-पिता लौटे तो उसने पूरी बात बताई, लेकिन परिजन समाज में बदनामी के डर से चुप हो गए।
- बेटी के गर्भवती होने के बाद माता-पिता ने उसका घर से बाहर निकलना भी बंद कर दिया। गुरुवार रात किशोरी के पेट में दर्द हुअा तो परिजन उसे कोटा के एक अस्पताल में ले गए। यहां किशोरी ने एक मृत बच्चे को जन्म दिया। सूचना मिलने पर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। पूछताछ के बाद माता-पिता ने इतने दिनों तक मामला दबाए रखने का कारण बताया। कहा कि उन्हें समाज का डर सता रहा था कि बदनामी होगी, इसलिए आज तक यह बात किसी काे नहीं बताई। फिलहाल मामला दर्ज कर लिया गया है।
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भाई का दोस्त शादी का झांसा देकर करता रहा अनाचार
दूसरी घटना भी कोटा पुलिस थाना क्षेत्र की ही है। 15 वर्षीय युवती अपने भाई के साथ उत्तर प्रदेश काम करने गई थी। वहीं पर पतरापोड़ी पाली कोरबा निवासी आरोपी सुंदर कुमार धनवार ने किशोरी के भाई से दोस्ती कर ली। इसी दोस्ती के दौरान किशोरी से शादी करने की बात भी आरोपी करने लगा। किशोरी उसकी बातों में आ गई। आरोपी ने इस बात का फायदा उठाते हुए किशोरी को बहला-फुसलाकर फरवरी 2019 में उससे दुष्कर्म कर दिया। इसके बाद आरोपी आए दिन दुष्कर्म करता रहा। इससे वह गर्भवती हो गई।
- यहां आर्थिक हालात आड़े आ गए जिससे कोई कुछ कर भी नहीं सका। किशोरी ने बुधवार रात प्रसव के लिए सिम्स लाया गया। यहां उसने एक बेटे को जन्म दिया। मामले का पता चलते ही प्रशासन व पुलिस के आला अधिकारी सिम्स पहुंचे और घटना की जानकारी ली। किशोरी ने बताया कि उसकी हालत ऐसी नहीं थी कि वह किसी को कुछ बता सकती। इसलिए खामोश ही परेशानी को सहती रही। अफसरों ने जब इसके बच्चे के बारे में पूछा कि क्या करना है तो इतना ही कहा कि वह इसे पालेगी।