रायपुर. छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में हुए दोहरे हत्याकांड का खुलासा पुलिस ने कर दिया। गुरुवार को इस मामले में एक नाबालिग समेत 3 आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार किया। शहर के टिकरापारा थाना इलाके में हुई इस घटना का मुख्य आरोप सैफ रायगढ़ का रहने वाला है। आरोपियों से पूछताछ में सामने आए तथ्यों की जानकारी पुलिस ने मीडियो को दी। एसएसपी आरिफ शेख ने बताया कि घटना से तीन दिन पहले मृतका मंजू सिदार ने टिक-टॉक पर एक वीडियो अपलोड किया था। इस वीडियो में वह दूसरे लड़के के साथ दिखी, दोनों में नजदीकियां दिख रही थी। मंजू का यह वीडियो देख सैफ ने मर्डर का प्लान बनाया अपने साथी गुलाम मुस्तफा उर्फ काली और एक नाबालिग के साथ रायपुर आया। आरोपियों ने मंजू को मारा और बीच-बचाव करने आई उसकी बहन मनीषा को भी मार डाला।
मंजू रायगढ़ में रहती थी। यहां उसका सैफ के साथ प्रेम सम्बंध था। पुलिस को जांच में सैफ के घर से एक दस्तावेज मिला। इसमें कोर्ट में सैफ और मंजू की शादी का जिक्र था। घर वालों के दबाव के चलते मंजू ने सैफ से दूरी बना ली थी। मगर सैफ हर बार मंजू को साथ रहने के लिए कहता रहता था। फेसबुक पर कुछ समय पहले सैफ ने मंजू की सिंदूर वाली तस्वीर डाल दी थी। इसकी शिकायत रायगढ़ के चक्रधर नगर थाने में की थी। बाद में यह मामला सुलझा लिया गया था। बहन मनीषा का एग्जाम होने की वजह से उसकी मदद करने मंजू 10 दिन पहले रायपुर आई थी।
7 लाख का दिया लालच
आरोपी सैफ ने अपने दोस्त गुलाम मुस्तफा उर्फ काली और एक नाबालिग की मदद से इस हत्याकांड को अंजाम दिया। उसने काली को इस मर्डर में साथ देने के लिए 7 लाख रुपयों का ऑफर दिया था। काली भी साथ देने को राजी हो गया। सैफ ने प्लान बनाया, काली से यह भी कहा कि कुछ भी हो मंजू को जिंदा नहीं छोड़ना है। युवक जांजगीर गए यहां से नाबालिग के साथ रायपुर आए। सैफ ने मंजू के कमरे पर जाकर उससे झगड़ा शुरू कर दिया। आरोपी ने उसका गला दबाया। मंजू की बहन उसे छुड़ाने आई, पास ही रखे तवे से आरोपी ने हमला कर दिया। काली ने मनिषा को मारा और सैफ ने मंजू को।
बाइक पर इंतजार कर रहा था नाबालिग
आरोपियों ने न सिर्फ इस हत्याकांड को अंजाम दिया बल्कि भागने का भी प्लान इनके पास तैयार था। नाबालिग साथी को सैफ ने इस काम में शामिल होने के लिए 15 हजार रुपए देने की बात कही थी। नाबालिग संतोषी नगर के पास बाइक लेकर सैफ और काली का इंतजार कर रहा था। इन्हें लेकर वह स्टेशन की तरफ जाने लगा। आरोपियों को लगा कि स्टेशन की तरफ जाने से वह फंस सकते हैं। सड़क के रास्ते से आरोपी दुर्ग की तरफ निकल गए। यहां से बलौदा बाजार होते हुए नाबालिग जांजगीर पहुंचा। पुलिस बाइक के नंबर के आधार पर नाबालिग तक पहुंची। इस बीच सैफ और काली रीवा भाग गए, पुलिस ने इन्हें सतना के पास पकड़ लिया।