हरियाणा सरकार ने रोहतक के पुलिस अधीक्षक (SP) नरेंद्र बिजरानिया को पद से हटाते हुए सुरिंदर सिंह भोरिया को नया एसपी नियुक्त किया है। यह बड़ा प्रशासनिक फेरबदल वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार की आत्महत्या के बाद बढ़ते दबाव के बीच किया गया है।
अधिकारियों ने शनिवार को इस बदलाव की पुष्टि की। सूत्रों के अनुसार, राज्य सरकार डीजीपी शत्रुजीत सिंह कपूर को लंबी छुट्टी पर भेजने पर भी विचार कर रही है और हालात को संभालने के लिए एक “कार्यवाहक डीजीपी” की नियुक्ति कर सकती है।
बुधवार को वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार की आत्महत्या के दो दिन बाद चंडीगढ़ पुलिस ने सेक्टर-11 थाने में एफआईआर नंबर 156 दर्ज की। कुमार द्वारा छोड़े गए आठ पन्नों के सुसाइड नोट में आठ वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों के नाम शामिल हैं, जिनमें डीजीपी कपूर और एसपी बिजरानिया भी हैं। इन पर उत्पीड़न और मानसिक प्रताड़ना के गंभीर आरोप लगाए गए हैं। मामला आत्महत्या के लिए उकसाने और अनुसूचित जाति एवं जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम के तहत दर्ज किया गया है।
कुमार की पत्नी और 2001 बैच की आईएएस अधिकारी अमनीत पी कुमार ने सभी आरोपित अधिकारियों के निलंबन और गिरफ्तारी की मांग की है। गुरुवार दोपहर मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी उनके सेक्टर-24 स्थित आवास पर पहुंचे, जहां उन्होंने परिवार को सांत्वना दी और लगभग 45 मिनट तक रुके।
अपने पत्र में अमनीत ने आरोप लगाया कि उनके पति को जिन अधिकारियों ने प्रताड़ित किया, वही उनकी मौत के जिम्मेदार हैं। उन्होंने सुसाइड नोट को “मरणोपरांत बयान” के रूप में मानने की मांग की और जांच में किसी भी तरह की छेड़छाड़ रोकने के लिए तुरंत कार्रवाई की अपील की। साथ ही परिवार को स्थायी सुरक्षा देने की भी मांग की, विशेषकर उनकी दो बेटियों की सुरक्षा को लेकर।
कुमार के परिवार ने “न्याय मिलने तक अंतिम संस्कार न करने” का फैसला लिया है। इस पूरे प्रकरण के बाद सिविल और पुलिस सेवाओं के भीतर नाराजगी और जनता में आक्रोश तेजी से बढ़ा है। सरकार ने इसी दबाव के बीच अहम पुलिस पदों पर फेरबदल कर स्थिति संभालने की कोशिश की है।