ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे अपडेट: भारतमाला परियोजना के तहत बनाए जा रहे इस छह-लेन एक्सप्रेसवे की लंबाई 22 किलोमीटर है, जो बल्लभगढ़ से जेवर के पास दयानतपुर गांव तक फैला हुआ है। यह एक्सप्रेसवे चंदावली, सोतई, बहबलपुर, फफूंदा, पन्हेरा खुर्द, नरहावली, महमदपुर, हीरापुर, मोहना और छायंसा गांवों से होकर गुजरेगा। अब इसे जेवर एयरपोर्ट से फरीदाबाद तक जोड़ा जाएगा।
राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) को उत्तर प्रदेश में फरीदाबाद से जेवर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे तक बनने वाले ₹1,650 करोड़ के ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे के तहत 8.5 किलोमीटर के एलिवेटेड सेक्शन के निर्माण की मंजूरी मिल गई है। सेक्टर 65 के पास इस एलिवेटेड हिस्से के लिए पिलर निर्माण का कार्य शुरू हो चुका है। यह नया खंड दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे और स्थानीय शहरी बुनियादी ढांचे से जुड़ेगा। अतिरिक्त निर्माण कार्य के चलते कुल लागत में 48 प्रतिशत की वृद्धि होने की संभावना है, जिससे परियोजना की कुल लागत बढ़कर लगभग ₹2,450 करोड़ हो सकती है।
हालांकि, परियोजना के वित्तीय भार को NHAI और राज्य सरकार के बीच कैसे साझा किया जाएगा, इस पर अभी सहमति नहीं बनी है। जब तक यह तय नहीं होता, तब तक निर्माण कार्य पूरी तरह से शुरू नहीं हो सकेगा।
एक्सप्रेसवे की कनेक्टिविटी
यह छह-लेन एक्सप्रेसवे बल्लभगढ़ से जेवर के नजदीक दयानतपुर गांव तक फैला है और चंदावली, सोतई, बहबलपुर, फफूंदा, पन्हेरा खुर्द, नरहावली, महमदपुर, हीरापुर, मोहना और छायंसा जैसे गांवों से होकर गुजरेगा। इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य बेहतर सड़क कनेक्टिविटी प्रदान करना और फरीदाबाद-जेवर मार्ग पर आर्थिक विकास को बढ़ावा देना है।
NHAI के परियोजना निदेशक धीरज सिंह ने बातचीत में कहा, “इस अतिरिक्त बजट की सही जानकारी अभी सामने नहीं आई है। यह NHAI और राज्य सरकार के बीच साझा किया जा सकता है।”