जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के छात्रों का फीस बढ़ोतरी, छात्रावास शुल्क वृद्धि और उच्च शिक्षा को प्रभावित करने वाले अन्य मुद्दों के विरोध में सोमवार को संसद तक निकाले जाने वाला मार्च शुरू हो गया। वहीं, पुलिस ने संसद के आसपास इलाकों में धारा 144 लागू कर दी है। -छात्रों का मार्च सफदरजंग मकबरा पहुंचा। यहां पुलिस ने छात्रों को रोका गया और लाठी चार्ज भी हुआ। 25 से 30 छात्रों को हिरासत में लिया गया है।
इसके बाद छात्र आरके पुरम के रास्ते मुनिकरा निकले। वहां से वे भीकाजी कामा प्लेस की तरफ जा रहे हैं।
– पुलिस ने जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी के छात्रों को बेर सराई रोड के पास रोका।
–पुलिस ने वाटर कैनन और अन्य इंतजाम किए हैं। छात्रो के साथ शिक्षक भी मार्च में शामिल हैं।
-मार्च शुरू होने के कुछ देर बाद छात्रों ने एक बैरिकेड को तोड़ दिया।
-पुलिस ने संसद भवन के आसपास धारा 144 लागू कर दी है। मालूम हो कि आज से ही संसद का शीतकालीन सत्र भी शुरू हुआ है।
-इससे पहले जेएनयूएसयू ने कहा, ‘ऐसे समय में जब देश में शुल्क वृद्धि बहुत अधिक पैमाने पर हो रही है, तो समग्र शिक्षा के लिए छात्र आगे आये है। हम संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन जेएनयू से संसद तक निकाले जाने वाले मार्च में शामिल होने के लिए सभी छात्रों को आमंत्रित करते हैं।’
– छात्र संघ ने दिल्ली के बाहर के छात्रों से 18 नवम्बर को आंदोलन आयोजित करने की अपील की। इसबीच जेएनयू के कुलपति जगदीश कुमार ने विरोध कर रहे छात्रों से रविवार (17 नवंबर) को अपील की कि वे अपनी कक्षाओं में लौट आएं, क्योंकि परीक्षाएं नजदीक हैं।
– वहीं, विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर जारी एक वीडियो संदेश में उन्होंने कहा कि उन्हें चिंतित अभिभावकों और छात्रों के ई-मेल आ रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘यदि हम अभी भी हड़ताल पर अड़े रहे तो इससे हजारों छात्रों के भविष्य पर असर होगा।’ उन्होंने कहा, ‘कल (सोमवार, 18 नवंबर) से एक नया हफ्ता शुरू होगा और मैं छात्रों से अनुरोध करता हूं कि आप कक्षाओं में वापस आइए और अपने शोध कार्यों को आगे बढ़ाइए। 12 दिसंबर से सेमेस्टर परीक्षाएं शुरू होंगी और अगर आप कक्षाओं में नहीं जाएंगे तो इससे आपके भविष्य के लक्ष्य प्रभावित होंगे।’