बुधवार को न्यूनतम तापमान में 5 डिग्री सेल्सियस की गिरावट हुई है। इससे ठंड में बढ़ोतरी हुई है। वहीं सुबह छाए घने कोहरे के कारण दृश्यता शून्य रही। इसकी वजह से वाहन रेंगते नजर आए।
जिले में न्यूनतम तापमान में आई गिरावट के कारण लोग देर सुबह तक ठंड से बचने के लिए घर से बाहर नहीं निकले। मंगलवार को अधिकतम तापमान 18.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। वहीं न्यूनतम तापमान 10.0 डिग्री था। बुधवार को न्यूनतम तापमान 5 डिग्री गिरावट के कारण साथ 5.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं अधिकतम तापमान एक डिग्री बढ़ोतरी के साथ 19.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि आने वाले दिनों में भी शीतलहर जारी रहेगी और ठंड में इजाफा होने की उम्मीद है। साथ ही नए साल की शुरूआत भी घने कोहरे के साथ होने की उम्मीद है। कोहरे के कारण वाहन रेंगकर चलते नजर आए। विजिबिलिटी 10 मीटर से भी कम रही, जिसकी वजह से वाहनों की हेडलाइट जलाने के बाद भी चालकों को काफी परेशानी हुई। वहीं कोहरे का असर लंबी दूरी की ट्रेनों के साथ ही रोडवेज बसों पर भी दिखाई दिया, जिससे यात्रियों को गंतव्य तक पहुंचने में देरी हुई।
चिकित्सकों ने दी सावधानी बरतने की सलाह
ठंड में हार्ट और अस्थमा के रोगियों को सावधानी बरतने की जरूरत है। कड़ाके की ठंड में ऐसे मरीजों को सुबह घूमने से परहेज करना चाहिए। धूप निकलने पर ही घर से बाहर निकलें। अगर कोई परेशानी हो तो तुरंत चिकित्सक परामर्श लें। गर्म कपड़े पहने के साथ ही बच्चों का भी विशेष ध्यान रखें। सुबह लोग चाय में अदरक, लौंग व तुलसी व काली मिर्च डालकर पीए। इससे लोगों की पाचक शक्ति बढ़ेगी। वहीं सोते समय बच्चों को हल्दी का दूध बच्चों के लिए फायदेमंद रहेगा। हल्दी का सेवन हार्ट के मरीजों के लिए काफी फायदेमंद रहेगा। इसके अलावा अस्थमा के मरीजों को चाय में अदरक, लौंग, तुलसी व काली मिर्च डालकर उसकी भाप लेना काफी फायदेमंद रहेगा।
सरसों और गेहूं के लिए मौसम अनुकूल है। अगर लगातार सुबह के समय कई दिनों तक पाला पड़ता है तो सरसों की फलियों में पूरी तरह दाने नहीं बन पाएंगे। इसलिए सरसों, सब्जियों की फसल को ठंड से बचाव के लिए लगातार सिंचाई करनी जरूरी है।