हरियाणा के पानीपत जिले में कोरोना के खतरनाक वैरिएंट ओमिक्रॉन ने दस्तक दे दी है। यूके से लौटी युवती और उनके पिता के कोरोना पॉजिटिव आने पर 16 दिसंबर को जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए इनके सैंपल दिल्ली स्थित लैब में भेजे गए थे। वहां से बुधवार को दूरभाष के जरिए स्वास्थ्य विभाग को जानकारी दी गई कि दोनों केस ओमिक्रॉन के थे।
इस खबर के साथ ही स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है। हालांकि पिता-पुत्री की नई रिपोर्ट निगेटिव है। जिले में ओमिक्रॉन का केस मिलने के बाद सिविल सर्जन ने सभी अधिकारियों को विदेश से आने वाले लोगों को जल्द से जल्द ट्रेस करने के निर्देश दिए हैं।
आरटीपीसीआर टेस्ट करने के बाद जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए सैंपल दिल्ली स्थित लैब भेजने के भी सख्त निर्देश दिए हैं। ऐसे लोगों को ट्रेस करने में पुलिस की मदद लेने का भी निर्णय लिया गया है।
गौरतलब है कि 16 दिसंबर को मॉडल टाउन निवासी 22 वर्षीय युवती यूके से पानीपत लौटी थी। एयरपोर्ट पर हुई जांच में उनकी रिपोर्ट निगेटिव थी, लेकिन सिविल अस्पताल में हुए टेस्ट में वह संक्रमित मिली। तब स्वास्थ्य विभाग ने उनके परिवार के सदस्यों के सैंपल लेकर जांच की।
इसमें उनके पिता भी संक्रमित मिले थे। ऐसे में जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए इनके सैंपल दिल्ली भेजे गए थे, जहां से उसमें ओमिक्रॉन की पुष्टि हुई है। राहत की बात यह है कि दोनों की हालत में फिलहाल सुधार है। दोनों की रिपोर्ट निगेटिव है और उन्हें आइसोलेशन में रखा गया है।
विदेश से आए 30 लोगों का अभी तक पता नहीं
पिछले एक माह में जिले में लगभग 600 लोग विदेश से लौटे हैं। इनमें से अधिकतर लोग दुबई, न्यूजीलैंड, ऑस्ट्रेलिया, जापान, कतर और अमेरिका से लौटे हैं। इनमें से 80 प्रतिशत लोग व्यवसायी हैं और एल्डिको, सेक्टर 11-12 और मॉडल टाउन के रहने वाले हैं। विभाग ने इनमें से 570 लोगों को ट्रेस कर उनकी जांच की है। इनमें से 568 की रिपोर्ट नेगेटिव मिली है, जबकि दो रिपोर्ट पॉजिटिव मिली है।
जिले में दो ओमिक्रोन समेत तीन संक्रमित
स्वास्थ्य विभाग ने ओमिक्रॉन के खतरे के बीच सैंपलिंग बढ़ा दी है। बुधवार को 1398 लोगों की कोरोना जांच हुई है। जिले में दो ओमिक्रोन समेत तीन रोगी एक्टिव हैं। बुधवार को 8209 लोगों को कोरोना रोधी टीका लगाया गया।