सीआइए टू पुलिस ने केंद्र व प्रदेश सरकार की ओर से आयोजित भर्तियों की लिखित परीक्षाओं में अभ्यार्थियों के स्थान पर किसी दूसरे डमी अभ्यर्थी से परीक्षा दिलवाने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए चंडीगढ़ बुडैल जेल के हेड क्लर्क गांव छातर निवासी संजय सहित चार आरोपितों को गांव भैणी माजरा से गिरफ्तार किया था। पुलिस ने आरोपितों से सात लाख रुपये की नकदी, दूसरे अभ्यार्थियों के फोटो लगे 11 एडमिट कार्ड व अन्य दस्तावेज सहित पांच मोबाइल फोन बरामद किए थे। पुलिस पूछताछ में सामने आया कि गिरोह का सरगना संजय वर्ष 2016 से खुद भी दूसरे अभ्यार्थियों के स्थान पर परीक्षा दे रहा था। आरोपित संजय सहित राहुल व अश्विनी भी अब तक हुई भर्तियों में 17 अभ्यार्थियों के स्थान पर परीक्षा दे चुके हैं। इनमें आर्मी, आर्मी में चौकीदार, आर्मी में सफाई कर्मी, हरियाणा पुलिस, एमइएस, हाउस कीपिंग सहित अन्य परीक्षाओं में दूसरे के स्थान पर परीक्षा दी है। मुख्य आरोपित संजय कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय से बीटेक पास है और वर्ष 2016 से दूसरे के स्थान पर परीक्षा दे रहा था।
नीचले स्तर के कर्मियों से करते थे सांठ-गांठ
एसपी लोकेंद्र सिंह ने बताया कि परीक्षा केंद्रों में फर्जी अभ्यार्थियों के प्रवेश को लेकर भी आरोपितों ने फिंगर लेने वाली कंपनी के निचले स्तर के कर्मचारियों से सांठ-गांठ की हुई थी। बिना फिंगर लिए ही फर्जी अभ्यार्थियों को अंदर प्रवेश करवा दिया जाता था। इसके बाद भर्ती की आगामी प्रक्रिया के दौरान भी फिजिकल व प्रमाण पत्रों की जांच दौरान भी बिना फिंगर लिए अभ्यार्थी को पास कर दिया जाता था। इस तरह से कई युवा फर्जी तरीके से नौकरी पा चुके हैं। इस फर्जीवाड़े के तहत नौकरी लगे युवाओं की भी जांच पुलिस कर रही है।
15 से 16 बार दे चुके परीक्षा
पुलिस पूछताछ में गिरोह के सरगना संजय ने बताया कि वह अब तक 15 से 16 बार फर्जी तरीके से असली अभ्यार्थियों के स्थान पर परीक्षा दे चुका है। जम्मू-श्रीनगर पूणे, मुम्बई, चंडीगढ़, आसाम में आयोजित हुई सरकार की भर्तियों में परीक्षा दे चुका है। इनमें आर्मी, नैवी, फायर मैन, आर्मी में चौकीदार, आर्मी में सफाई कर्मी, हाउस कीङ्क्षपग सहित अन्य तरह के पेपर दे चुका है। वहीं दूसरा आरोपित राहुल भी पांच बार अब तक असली परीक्षार्थियों के स्थान पर परीक्षा दे चुका है। इनमें हालही में हुआ रिवन्यू क्लर्क का पेपर भी शामिल है।
ये था मामला
बता दें कि सीआइए टू पुलिस की टीम ने रविवार देर शाम को गांव भैणी माजरा में रेड कर गांव छात्तर निवासी बुडैल जेल के हेड क्लर्क संजय कुमार सहित गांव छात्तर निवासी संदीप, उत्तर प्रदेश के सराय प्रयाग निवासी अश्विनी प्रताप सिंह, फरीदाबाद बल्लभगढ़ वैष्णो कालोनी निवासी राहुल को गिरफ्तार किया था। 31 अक्टूबर को हरियाणा पुलिस सिपाही लिखित परीक्षा के दौरान नारनौल रोड रेवाड़ी में संदीप के स्थान पर राहुल ने परीक्षा दी थी। वहीं आरोपित अश्विनी ने धमतान साहिब निवासी गोपाल का पेपर दिया था। परीक्षा देने के लिए आरोपितों ने फर्जी कागजातों का प्रयोग किया था। इस परीक्षा में संदीप पास हो गया था। तय योजना के अनुसार संदीप, संजय व राहुल को पैसे देने के लिए गांव भैणी माजरा में आया था। सीआइए टू पुलिस ने इसकी सूचना मिलने के बाद आरोपित संजय के घर रेड कर चारों आरोपितों को पैसों की गिनती करते हुए गिरफ्तार किया था।