23 सितम्बर यानी शहीदी दिवस के अवसर पर फरीदाबाद के ग्रामीणों ने लिखा देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खून से पत्र। जी हाँ दिल्ली से सटे फरीदाबाद में नगर निगम ने 26 गाँवों को नगर निगम में शामिल करने का सरकार को प्रस्ताव भेजा है। जिसका लगातार 26 गांव के लोग विरोध कर रहे हैं उनका कहना है कि नगर निगम पहले ही घाटे में चल रहा है उसमें शामिल गांवों और शहरों की हालत बद से बदतर है अब नगर निगम इन 26 गांव को नगर निगम में शामिल कर इनकी हालत भी बद से बदतर कर देना चाहता है। इसलिए वे चाहते हैं कि 26 गांव को नगर निगम में न शामिल किया जाए इसी को लेकर आज फरीदाबाद के गांव बड़ौली में महापंचायत का आयोजन किया गया जहां युवाओं ने अपने खून से पत्र लिखकर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से यह मांग की कि उनके गांव को नगर निगम में न शामिल किया जाए। वहीं पंचायत में लोगों ने आरोप लगाया कि नगर निगम की नजर पंचायत के पंद्रह सौ करोड़ रुपयों पर टिकी है जो नगर निगम हड़प लेना चाहता है।
वीओ-: तस्वीरें फरीदाबाद के गांव बडौली की है जहां पर आप देख सकते हैं कि युवा अपने हाथों से खून निकाल रहे हैं, ताकि वह देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को अपने खून से पत्र लिख सकें । जी हां आज गांव बडौली में 26 गांवों की महापंचायत का आयोजन कर देश के प्रधानमंत्री को खून से पत्र लिखा गया । गौरतलब है कि फरीदाबाद नगर निगम फरीदाबाद के 26 गांव को नगर निगम में शामिल करना चाहता है इसी का विरोध फरीदाबाद के 26 गांव के लोग लगातार कर रहे हैं और आज इसी कड़ी में आज फरीदाबाद के 26 गांवों द्वारा गांव बडौली में एक महापंचायत का आयोजन किया गया जिसमें युवाओं ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया और अपने खून से देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और हरियाणा के मुख्य मंत्री को पत्र लिखकर यह अपील की कि 26 गांव को नगर निगम में न शामिल किया जाए । उन्होंने नगर निगम पर आरोप लगाया कि नगर निगम पहले ही कंगाल है जिसकी निगाह इन 26 गांव के 15 सो करोड़ रुपयों पर टिकी जिन्हें वह हड़प लेना चाहता है। ग्रामीणों ने आरोप लगाते हुए कहा कि नगर निगम में शामिल गांव और शहर पहले ही काफी खस्ताहाल है वहां पर मूलभूत सुविधाओं का भी अभाव है और अब यदि इन 26 गांवों को नगर निगम में शामिल किया गया तो गांव का भी वही हाल होगा ये गांव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सपने को साकार करते हैं इसलिए इन 26 गांवों को नगर निगम में न शामिल किया जाए । उन्हें उम्मीद है कि देश के प्रधान मंत्री और हरियाणा के मुख्यमंत्री उनकी इस अपील का समाधान करेंगे।